बैंकों में लटके ताले, 200 करोड़ का लेनदेन प्रभावित
बुलंदशहर :सोमवार को सरकार की नीतियों के विरोध में राष्ट्रीयकृत बैंकों में ताले लटके रहे। हड़ताली बैं
बुलंदशहर :सोमवार को सरकार की नीतियों के विरोध में राष्ट्रीयकृत बैंकों में ताले लटके रहे। हड़ताली बैंक कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर सरकार को जमकर कोसा। उधर पिछले तीन दिनों से बैंक बंद होने से उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हड़ताल से जिले की 255 बैंक शाखाओं में करीब दो सौ करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ।
मंगलवार को यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर सभी सरकारी बैंकों में हड़ताल रही। बैंकों में ताले लटके रहे और कामकाज नहीं हुआ। सभी बैंकों के कर्मचारी केनरा बैंक पर इकट्ठा हुए, जहां से कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला। मोतीबाग होते हुए जुलूस राजेबाबू पार्क पहुंचा। सभा में यूएफबीयू के जिला संयोजक अर¨वद राना ने कहा कि सरकार कर्मचारी विरुद्ध नीतियों को थोपना चाहती है। निजीकरण का विरोध, बैंकों के विलय, नोटबंदी के दौरान अतिरिक्त कार्य की प्रतिपूर्ति, बैंक कर्मचारियों के अगले वेतन पुनरीक्षण प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करने, सभी संवर्गों में पर्याप्त भर्ती, ठेकेदारी प्रथा बंद करने, लोन डिफाल्टरों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई आदि की मांग पूरी न होने तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन में स्टेट बैंक, पीएनबी, नैनीताल, केनरा, आइडीबीआइ, बीओबी, इंडियन ओवरसीज, कारपोरेशन बैंक, आंध्रा बैंक, इलाहाबाद बैंक, सेंट्रल, ओबीसी, देना आदि बैंकों के केएम तिवारी, थान ¨सह, ब्रजेश, उपेंद्र, विजय ¨सह, ललित, अर्चित, ललित, विवेक, एके ¨सह, ब्रजेश, तरुणवीर ¨सह, अरुण, पूरनचंद्र आदि कर्मचारी शामिल रहे।
शिकारपुर : अपनी मांगों को लेकर बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। एसबीआइ, केनरा, पीएनबी, बैंक आफ बड़ौदा आदि बैंकों में ताले लटके रहे। बैंक बंद होने से ग्राहकों को दिक्कतें हुईं। क्षेत्र में केनरा के अलावा सभी एटीएम बंद थे। सुबह एसबीआइ का एटीएम का गेट खुला पड़ा था, लेकिन नोट खत्म हो गए थे। बाद में एटीएम का शटर भी गिरा दिया गया।