..यहां थाने में पीड़ितों को झेलनी पड़ती है दुत्कार
बुलंदशहर: महिला थाना बुलंदशहर में आए दिन पीड़ितों को दुत्कार झेलनी पड़ रही है। महिला एसओ के खिलाफ कई ब
बुलंदशहर: महिला थाना बुलंदशहर में आए दिन पीड़ितों को दुत्कार झेलनी पड़ रही है। महिला एसओ के खिलाफ कई बार पीड़ितों ने आला अधिकारियों से शिकायत भी की है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल फटकार के बाद जांच ठंडे बस्ते में चली जाती है। यहां तक की डीआईजी और एसएसपी से भी फरियादी कई बार महिला एसओ की दबंगई और उगाही की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है। बता दें कि हाईवे कांड के दौरान तत्कालीन डीआईजी लक्ष्मी ¨सह से भी महिला एसओ के खिलाफ लोगों ने शिकायत की थी। आरोप लगा था कि थाने पहुंचने पर पीड़ितों के साथ ही अभद्रता की जाती है। कार्रवाई के नाम पर उन्हे दुत्कार झेलनी पड़ती है। यही नहीं महिला एसओ पर अपने भाई के साथ उगाही के भी आरोप लगे थे। डीआईजी ने भी उस दौरान कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन न तो कार्रवाई हुई और न ही कोई सुधार हो सका है।
केस-1:
करीब चार माह पूर्व महिला थाना पुलिस पर एक निजी पशु चिकित्सक ने झूठे आरोप में फंसाने व मारपीट करने का आरोप लगाया था। शिकायत पर तत्कालीन सीओ सिटी द्वारा मामले की जांच भी की गई, जिसमें पशु चिकित्सक की शिकायत सही पाए जाने पर महिला थाना प्रभारी को केवल फटकार मिली थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी।
केस-2
महिला थाना पहुंची एक पीड़ित महिला ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में बताया था कि दहेज उत्पीड़न की शिकायत करने के लिए वह महिला थाने गई थी। जहां उससे उगाही की गई। पीड़िता की शिकायत पर तत्कालीन एसएसपी ने महिला थाना प्रभारी को चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था। लेकिन मामले में आगे की कार्रवाई नहीं की गई।
मिलती हैं धमकियां
महिला थाना पुलिस पर कई मामलों में धमकी देने का आरोप भी लगाया गया है। फरियादियों ने इसकी शिकायत एसएसपी से लेकर डीआईजी तक से की है। लेकिन फरियादियों की शिकायत पर कहीं कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी। मामला फटकार के बाद शांत हो गया। वर्तमान में पीड़ित महिला थाने में फरियाद करने से कतराते हुए नजर आते हैं।
इस संबंध में एसपी सिटी मान¨सह चौहान का कहना है कि वर्तमान में इस तरह की कोई शिकायत उनके संज्ञान में नहीं आई है। भविष्य में यदि इस तरह का मामला सामने आता है तो जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।