बुखार के बाद बेहाल कर रहा अब दर्द
बुलंदशहर: मौसम में ठंडक बढ़ते ही वायरस की सक्रियता में कुछ कमी हुई है। लेकिन इस वायरस ने जितने लो
बुलंदशहर:
मौसम में ठंडक बढ़ते ही वायरस की सक्रियता में कुछ कमी हुई है। लेकिन इस वायरस ने जितने लोगों को चपेट में लिया। वह अभी भी असहनीय दर्द से कराह रहे हैं। 20 से 25 दिन गुजरने के बाद लोगों के जोड़ों पर सूजन बनी हुई है। खुद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के सर्वे में यह बात सामने आई है। वायरस के प्रभाव को देखकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर हतप्रभ हैं।
इस बार वायरस जिले में कहर बनकर टूटा है। अभी तक जिले में पौने दो सौ से अधिक मौतें बुखार से हो चुकी हैं। खुद स्वास्थ्य विभाग के अफसर बुखार पर नियंत्रण पाने में हांफ गए। सीमित संसाधनों की वजह से कैंप भी बेकार ही साबित हुए। अब जिले में वायरस का असर खत्म होने लगा है, लेकिन वायरस का दर्द अफसरों को अभी भी परेशान कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की 32 टीमों ने पिछले दस दिनों में स्याना, जहांगीराबाद, अनूपशहर, शिकारपुर, डिबाई, दानपुर, सिकंदराबाद, गुलावठी में करीब 13 हजार 400 मरीजों की स्थिति देखी। इसमें से 10 हजार 200 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें काफी पहले बुखार हुआ और चार से पांच दिन में ठीक भी हो गए। लेकिन उनके जोड़ों में सूजन और हाथ-पैरों में जगह-जगह दर्द बना हुआ था।
जिले में ऐसे लाखों रोगी
केवल दस हजार रोगी स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में सामने आए हैं। लेकिन खुद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि जिले में वायरस के दर्द से कराह रहे लोगों की संख्या लाखों में हैं। बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिलाएं आज भी दर्द से परेशान हैं। जिले के 750 निजी क्लीनिक एवं 80 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इस तरह के मरीज आसानी से देखे जा सकते हैं।
वायरस ने लिम्फोनोड्स को किया प्रभावित
जिला मलेरिया अधिकारी बीके श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार का वायरस पिछले वर्षों की तुलना में काफी अलग है। ना तो ऐसा कभी बुखार आया, ना ही कभी इतने दिनों तक जोड़ों में परेशानी देखी गई। उन्होंने बताया कि वायरस ने लिम्फोनोड्स को प्रभावित किया। जोड़ों के बीच जो मांसपेशियां होती हैं, उनपर प्रभाव डाला। जिसकी वजह से वह सूज गई और दर्द होने की दिक्कत होने लगी। उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह की परेशानी होने लगेगी।
अनावश्यक ना खाएं दवाएं
चिकित्सकों ने बताया कि बुखार खत्म होने के साथ ही वायरस शरीर में सक्रिय नहीं है। केवल उसका प्रभाव शरीर में रहा है। उन्होंने बताया कि दर्द के लिए लोग अंधाधुंध पेनकिलर ले रहे हैं। जोकि गलत हैं। इससे किडनी-लीवर प्रभावित हो सकते हैं। असहनीय दर्द होने पर ही चिकित्सकों से परामर्श कर दवाएं लें। अनावश्यक किसी तरह की दवाएं ना खाएं।
इन्होंने कहा
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने हजारों मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया है। दर्द और सूजन की शिकायतें मिलीं। लोग बेवजह दवाएं ना खाएं।
डा. दीपक ओहरी, सीएमओ ।