गलत ऑपरेशन से मौत के मुहाने पर मरीज
बुलंदशहर: जिस जिला अस्पताल को सरकार करोड़ों का बजट देती है। जहां, मरीज सस्ते में इलाज की उम्मीद लेकर
बुलंदशहर: जिस जिला अस्पताल को सरकार करोड़ों का बजट देती है। जहां, मरीज सस्ते में इलाज की उम्मीद लेकर दाखिल होते हैं, वहां के चिकित्सकों को लगता है किसी की जान की रत्ती भर परवाह नहीं है। जिला अस्पताल में एक चिकित्सक ने अपेंडिक्श के मरीज का ऑपरेशन क्या किया, उसकी जान पर बन आई है। मरीज की जिंदगी जहर बन चुकी है। उसका शरीर सड़ रहा है। अब इस मरीज को मेरठ में निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। चिकित्सक सफाई दे रहे हैं, लेकिन उनका तर्क गले नहीं उतर रहा है।
चिकित्सक की लापरवाही ने संदीप
आपरेशन के बाद बिगड़ी हालत
पुलिस लाइन क्षेत्र में रहने वाले संदीप को 15 जून को अपेंडिक्स के आपरेशन के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। संदीप के भाई प्रदीप ने बताया कि जिला अस्पताल के चिकित्सक फूल कुमार ने भरोसा दिलाया कि कुछ दिन में वह बिल्कुल ठीक हो जाएगा। चिकित्सक फूल कुमार ने ऑपरेशन भी कर दिया। लेकिन दो दिन में उसकी हालत बिगड़ गई। वह कई बार बेहोश होकर गिर गया। अस्पताल के चिकित्सकों से कहा गया लेकिन उन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई।
ले जाना पड़ा निजी अस्पताल
बाद में मरीज को नगर के निजी अस्पताल में ले जाया गया। यहां उसकी हालत सीरियस बताई गई। फिर उसे मेरठ रेफल किया गया। मेरठ के निजी अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच की तो सामने आया कि जिला अस्पताल में किया गया आपरेशन गलत हुआ है। मरीज के पेट में मल रहने लगा। इससे पूरा शरीर सड़ने लगा। फिलहाल, मेरठ में भर्ती संदीप की हालत ठीक नहीं है।
आपरेशन करने के कुछ
देर बाद फैला इंफेक्शन
पीड़ित संदीप के भाई प्रदीप ने बताया कि डा फूल कुमार ने भाई संदीप का अपेंडिक्स का आपरेशन कर दिया। आपरेशन करने के कुछ घंटे बाद ही इंफेक्शन तेजी से फैल गया। मवाद भी पड़ गया। अब मेरठ स्थित आनंद अस्पताल के चिकित्सकों ने इंफेक्शन पर काफी हद तक काबू पाया है।
डीएम से शिकायत करेंगे
संदीप के भाई प्रदीप ने कहा है कि वह डीएम से इस बाबत शिकायत करेंगे। बता दें कि कुछ समय पहले गलत इलाज की वजह से सिपाही अजमत को सेप्टीसीमिया हो गया था। कमोबेश ऐसी स्थिति संदीप की बन रही है।
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इन्होंने कहा.
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। सीएमएस से वार्ता की जाएगी। उसके बाद ही कार्रवाई होगी।
- डा. दीपक ओहरी, सीएमओ
मैंने ही संदीप के अपेंडिक्स का आपरेशन किया था। थोड़ा बहुत चीरा लगाकर ही उसका आपरेशन किया। दो दिन तक वह बिल्कुल ठीक रहा। उसके साथ बाद में क्या परेशानी हुई? मुझे जानकारी नहीं है। मैं इसे पता करूंगा। लापरवाही बिल्कुल नहीं बरती गई है।
-डा. फूल कुमार, सर्जन, जिला अस्पताल
मामला गंभीर है। मैं पूरे मामले में सर्जन फूलकुमार से जानकारी लूंगा। अपने स्तर से पूरे केस की जांच भी करूंगा।
डा. प्रीतम, सीएमएस, जिला अस्पताल
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