डेंगू का खौफ: खुद की गर्दन बचाने में नपेंगे लैब संचालक
बुलंदशहर: पिछले चार दिनों में तीन डेंगू के केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का खेल शुर
बुलंदशहर: पिछले चार दिनों में तीन डेंगू के केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का खेल शुरू हो गया है। खुद की गर्दन बचाने के लिए अधिकारी अब ऐसी सभी लैबों की जांच करेंगे, जोकि अपने स्तर से ही डेंगू को क्लीयरेंस दे रही हैं। बताया गया है कि डेंगू के मामलों की बढ़त देख स्वास्थ्य विभाग की किरकरी होने लगी है।
दो मामले जहांगीराबाद और एक मामला नवीनगर में सामने आया है। बावजूद इसके जांच के लिए कोई अधिकारी निरीक्षण करने के लिए नहीं पहुंच गए। उलटे जो लैब संचालक डेंगू के केसों की पुष्टि कर स्वास्थ्य विभाग के मुखिया को चेता रहे हैं। वहीं अब विभाग की कार्रवाई की जद में आ गए हैं। बताया गया है कि जिले में सौ से अधिक लैब चिन्हित की गई हैं, जहां गंभीर बीमारियों के इलाज की पुष्टि लैब संचालक कर देते हैं। ऐसे सभी संचालक को जल्द ही विभागीय स्तर से नोटिस जारी कर दिया जाएगा। विभाग के अधिकारी ने बताया लैब संचालक मनमाने तरीके से रिपोर्ट जारी कर देते हैं, जिसकी वजह से लोगों में डेंगू और अन्य गंभीर बीमारियों का खौफ लोगों के दिमाग में समा जाता है। इसलिए इनपर कार्रवाई जरूरी है।
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अफसर मस्त, मरीज पस्त
दो डेंगू के मामले अखबारों में प्रकाशित होने के बावजूद स्थिति जानने के लिए कोई नहीं पहुंचा। अंदाजा लगा सकते हैं कि पहले जहां एक मामले को सीएमओ स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई कर देते थे। अब वहीं मौज काट रहे हैं। शनिवार को रक्षाबंधन होने का हवाला देते हुए कोई भी जांच अधिकारी मौके पर नहीं भेजा गया। ड्राइवरों के रक्षाबंधन मनाने का हवाला दिया गया। अफसरों ने दावा किया है कि रविवार को टीम जांच के लिए भेज दी जाएगी।
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रक्षाबंधन पर्व की वजह से अधिकांश कर्मचारी छुट्टी पर रहे। रविवार को कर्मचारी जांच के लिए भेज दिए जाएंगे। डेंगू की पुष्टि करने वाले लैब संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
डा. दीपक ओहरी, सीएमओ।