गंगागढ़ के बच्चों के दिल में बसी हैं चाचा कलाम की यादें
उपेंद्र शर्मा, छतारी गंगागढ़ स्थित सीताराम भरतिया उच्चतम माध्यमिक विद्यालय के दर्जनों बच्चों की आं
उपेंद्र शर्मा, छतारी
गंगागढ़ स्थित सीताराम भरतिया उच्चतम माध्यमिक विद्यालय के दर्जनों बच्चों की आंखों में रह-रह कर छलक आती हैं डा. कलाम की यादें। ये यादें उनके मन-मानस से नहीं जा रही हैं। उनके ऑटोग्राफ को सीने से लगाए छात्रों को बरबस ही उनकी याद आती रहती है। बच्चों की यादों में आज भी उनके कलाम चाचा ¨जदा हैं।
पहासू ब्लाक क्षेत्र के गांव गंगागढ़ स्थित भरतिया उच्चतम माध्यमिक विद्यालय में 17 दिसबंर 2012 को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने पहुंचकर छात्रों से सीधा संवाद किया था। जहां सबसे पहले उन्होंने छात्रों से प्रश्न पूछे थे। छात्रों से उन्होंने करीब 20 प्रश्न पूछे थे, जिनमें 15 प्रश्नों का सही जबाव मिलने पर वह बहुत खुश हुए थे। उनके प्रश्न खत्म होने के बाद छात्रों ने अपने प्रश्नों की बौछार कर दी। उन्होंने एक-एक कर सबका जबाव दिया और सवालों के स्तर से बड़े खुश हुए। कहा के बच्चों को कक्षाएं में तनिक भी संशय होने पर सवाल पूछना चाहिए। उस समय की चुप्पी काफी महंगी साबित होती है। अगर किसी विषय का प्रारंभिक चरण समझ में नहीं आएगा। अवधारणा यानी कि कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं होगा तो बच्चे उससे आगे समझ नहीं पाएंगे। अच्छे सवाल बच्चों की तर्क शक्ति और वैज्ञानिक द़ृष्टिकोण के परिचायक हैं।
वार्तालाप के बाद छात्रों में कलाम चाचा के ऑटोग्राफ लेने को होड़ मच गई थी। करीब आधा घंटे तक लगातार वह बच्चों को ऑटोग्राफ देते रहे। यहां के दर्जनों छात्र-छात्राओं के पास आज भी वह ऑटोग्राफ हैं। किसी धरोहर की तरह इसे संभाल कर रखे हुए हैं। उनके निधन के बाद वे ऑटोग्राफ अमूल्य हो गए हैं। कलाम चाचा के ऑटोग्राफ देखकर उनकी आंखों में आंसू छलक आते हैं।