तहसील दिवस में अधिकारियों ने ली गुस्ताखी की नींद
बुलंदशहर : तहसील दिवस में शिकायतों का सुनकर निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शुमार है लेकिन
बुलंदशहर : तहसील दिवस में शिकायतों का सुनकर निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शुमार है लेकिन लगता है अफसर इसको लेकर संजीदा नहीं हैं। डीएम बी. चंद्रकला की अध्यक्षता में सदर तहसील में आजोजित तहसील दिवस में तो कई हाकिम खर्राटे भरते नजर आए। तहसील दिवस में 52 शिकायतों में से 15 का मौके पर निस्तारण करा दिया गया।
मंगलवार को सदर तहसील दिवस में डीएम व एसएसपी अनंतदेव की मौजूदगी में तहसील दिवसी लगाई गई थी। 52 लोगों ने डीएम के सामने अपनी समस्याओं के निराकरण की फरियाद लगाई। मुख्य रूप से डायट में प्रशिक्षण ले रहे शिक्षक ने वेतन दिलाने की गुहार लगाई। 15 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण करा दिया। डीएम ने बाकी शिकायतों का 15 दिनों में समयबद्धता एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए। उधर, इस तहसील दिवस में कई अधिकारी पूरे तहसील दिवस के दौरान नींद लेते दिखाई दिए। दैनिक जागरण का कैमरा घूमने के बाद पास बैठे अफसरों ने उनकी नींद तोड़ी।
तहसील दिवस में सीडीओ चुनकूराम पटेल, सीएमओ दीपक ओहरी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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शरारती तत्वों पर रखें कड़ी नजर: डीएम
बुलंदशहर: सदर तहसील में डीएम बी. चंद्रकला ने जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की और कहा कि किसी भी कीतम पर गांव व शहर का आपसी भाईचारा नहीं बिगड़ने दिया जाएगा। शरारती तत्वों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए। सभी एसडीएम, सीओ व थानेदारों की बैठक में डीएम ने कहा कि पंचायत चुनाव नजदीक आने वाला है। अभी से कानून व्यवस्था को लेकर सर्तकता बरती जाए। कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार का कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जाए। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। जरूरत पड़ने पर थानों में बुद्धजीवि लोगों की बैठक बुलाई जाए।