प्रबंधकों के स्कूल में नौकरी के लिए लग रही बोली
बुलंदशहर: सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक और लिपिकों की भर्ती के लिए बोली लगाई जा रही है। जो अभ्यर
बुलंदशहर: सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक और लिपिकों की भर्ती के लिए बोली लगाई जा रही है। जो अभ्यर्थी ज्यादा पैसे दे रहे हैं, उनकी नियुक्ति की जा रही है। 12 से 15 लाख रुपए लेकर अभ्यर्थी घूम रहे हैं। आठ स्कूलों ने तो भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षक और लिपिकों की जगह निकली है। प्रबंधकों और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के लिए बोली लगा दी हैं। एक-एक अभ्यर्थी से नियुक्ति के नाम पर 12 से 15 लाख रुपए लिए जा रहे हैं। प्रबंधक और अधिकारी सबसे बड़ा घालमेल यह कर रहे हैं। किसी अभ्यर्थी ने भर्ती के लिए 12 लाख रुपये दिए हैं, यदि पैसा देने के बाद भी दूसरा व्यक्ति उसी भर्ती के लिए इससे अधिक रकम दे रहा है तो उसकी बात चला देते हैं। कई अिर्भ्यथयों में प्रबंधक और अधिकारियों की इस कार्यप्रणाली को लेकर काफी आक्रोश है।
एक अभ्यर्थी ने नाम न छापने पर बताया कि उसका शिकारपुर तहसील अंतर्गत एक स्कूल में लिपिक के लिए चयन की बात चली। पैसे की भी बात हो गई। उसके बाद दूसरा अभ्यर्थी अधिक पैसे लेकर आ गया। अब प्रबंधक और बीएसए ने उसकी नियुक्ति की तैयारी कर ली है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और प्रबंधक खुलेआम खेल कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी मौन बैठे हुए हैं। कुछ अिर्भ्यथयों की शिकायत पर सीडीओ ने बीएसए से फाइल तबल भी की हैं। अब देखना यह है कि यह अधिकारी पात्र अभ्यर्थी को लाभ दिलवा पाएंगे या नहीं। इस बाबत बेसिक शिक्षा अधिकारी महेश चंद ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया और पैसे से उनका कोई लेना-देना नहीं है। प्रबंधक अपने स्तर से नियुक्ति करते हैं। उनका काम केवल सहमति देना होता है। कौन पैसे ले रहा है या नहीं ले रहा है? इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, न शिकायत मिली है। अगर कोई शिकायत आती है तो फौरन कार्रवाई करेंगे।