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मंडल की सहकारी समितियों पर होगा खाद का भंडारण

बुलंदशहर : धान के सीजन में खाद की किल्लत दूर करने को शासन के निर्देश पर अभी से सभी सहकारी समितियों प

By Edited By: Published: Wed, 03 Jun 2015 10:20 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2015 10:20 PM (IST)
मंडल की सहकारी समितियों पर होगा खाद का भंडारण

बुलंदशहर : धान के सीजन में खाद की किल्लत दूर करने को शासन के निर्देश पर अभी से सभी सहकारी समितियों पर खाद का भरपूर स्टाक रखा जाएगा। मंडल के सभी छह जिलों में बंद सहकारी समितियों को भी शासन से धन दिलाकर चालू कराया जाएगा।

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बुधवार को जिला सहकारी बैंक सभागार में सहकारिता की मंडलीय समीक्षा में डीआर राजीव यादव ने कहा कि सहकारिता मंत्री ने अभी से खाद खासकर यूरिया, डाई आदि सहकारी समितियों में पर्याप्त स्टाक रखने के आदेश दिए हैं। कहा कि पूरे मेरठ मंडल के सभी जिलों की सहकारी समितियों पर खाद की उपलब्धता अभी से शुरू कर दी जाए, ताकि धान के सीजन में खाद की किल्लत की समस्या से किसानों को न जूझना पड़े। उन्होंने कहा कि खाद स्टाक किराया खर्च शासन वहन करेगा। उन्होंने सभी जिलों में बंद सहकारी समितियों को चालू कराने के निर्देश दिए। साथ ही समितियों की खाली पड़ी जमीन बीडीए, आवास विकास व अन्य सरकारी विभागों को र्सिकल रेट पर दिए जाने की बात कही। डीआर ने सभी जिलों के जिला सहकारी बैंकों व सहकारी समितियों के कामकाज की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में बुलंदशहर के सचिव सतीश चंद शर्मा, एआर एसके राय, डीजीएम प्रशासन मि¨लद कुमार के अलावा गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर के बैंकों के सचिव व एआर के अलावा कृभको व इफ्को के अधिकारी शामिल रहे।

पहासू घोटाले में होगी एफआइआर: राजीव यादव

बुलंदशहर: पहासू समिति में करोड़ों के घोटाले की कार्यवाही महीनों से दबे होने के मामले में डीआर मेरठ राजीव यादव ने कहा कि जल्द ही आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि वह पूरे प्रकरण का संज्ञान लेने के बाद मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कराएंगे। पहासू समिति में सहकारी बैंक अधिकारियों व समिति अधिकारियों की मिलीभगत से बिना साख स्वीकृत के सैकड़ों किसानों को फर्जी ऋण का वितरण कर दिया गया है। एआर के स्तर से निरीक्षण रिपोर्ट में इसका खुलासा होने के बावजूद कार्रवाई लटकी हुई है, जबकि एआर ने समिति को अनुपालन रिपोर्ट भेजी थी, जिस पर समिति ने कोई संज्ञान नहीं लिया।


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