पुलिस ने चाकू, ब्लेड से गोदा युवक का जिस्म
बुलंदशहर: आला हाकिम भले ही पुलिस वालों को जनता का दोस्त बनने का पाठ पढ़ाते हों लेकिन लगता है पुलिस अ
बुलंदशहर: आला हाकिम भले ही पुलिस वालों को जनता का दोस्त बनने का पाठ पढ़ाते हों लेकिन लगता है पुलिस अपनी बर्बर पहचान कायम रखने की ही ख्वाहिशमंद हैं। बेलगाम गुलावठी पुलिस ने मानवता को तार-तार कर दिया। चोरी का इल्जाम लगाकर घर के बाहर से युवक को पुलिस ने उठा लिया और चाकू, ब्लेड से उसका जिस्म गोद डाला। युवक खुद को निर्दोष बताता रहा लेकिन पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा। पहले तो उन्होंने बाजू को काटा और उसके बाद पैंट उतारकर कमर व कूल्हे को चाकुओं से गोद दिया। इस बर्बरता के बाद पुलिस ने मानवता का भी कत्ल कर दिया। युवक को थाने से छोड़ने के नाम पर उसकी मां से दस हजार रुपए मांगे। मां ने पैसे देने से इंकार किया तो उसे थाने से भगा दिया। एसएसपी ने सीओ गुलावठी को प्रकरण की जांच दी है। देखना यह है कि इस कारनामे को अंजाम देने वालों पर कार्रवाई होगी या हमेशा की तरह इसकी भी 'पर्देदारी' कर दी जाएगी।
शुक्रवार रात करीब दस बजे मुकेश कुमार पुत्र गंगा ¨सह निवासी मोहल्ला श्यौदत्त नई मंडी का गेट थाना गुलावठी घर के बाहर पेशाब कर रहा था। इसी बीच गश्त कर रही गुलावठी पुलिस ने युवक को बैटरी चोरी के आरोप में गाड़ी में बैठा लिया। युवक पुलिस से गुहार लगाता रहा पर एक नहीं सुनी।
शोर सुनकर आई युवक की मां को पुलिस ने धक्का दे दिया और युवक को लेकर जंगल में चली गई। आरोप है, वहां पुलिस ने युवक की जमकर पिटाई की। पुलिस ने कहा-तूने सर्दी के मौसम में एक दुकान से जो बैटरी चोरी की थी। युवक पुलिस से छोड़ने के लिए भीख मांगता रहा, लेकिन पुलिस की क्रूरता ने तो शराब के नशे में सारी हद ही पार कर दीं।
पहले तो उसके हाथ को ब्लेड से गोदा युवक ने पुलिस की कहानी नहीं कबूली तो पारा और चढ़ गया। उन्होंने युवक की पैंट उतारकर चाकू और ब्लेड से कूल्हे गोद दिए। युवक चीखता रहा और पुलिस यातनाएं देती रही। जब युवक बेहोश हो गया तो पुलिस उसे थाना ले आई।
युवक की मां रोते हुए थाना पहुंची और पुलिस से बेटे को छोड़ने के लिए गुहार लगाई। पुलिस ने बेटे को छोड़ने के लिए मां से दस हजार रुपए मांगे। मां ने दस हजार रुपए देने में असमर्थता जताई तो उसे वहां से भगा दिया और बेटे को जेल भेजने की धमकी दी। पुलिस ने गली मोहल्लों के लोगों की भी एक नहीं सुनी।
इसके बाद परिजन पूर्व सांसद सुरेन्द्र नागर के यहां पहुंचे और उनसे निर्दोष युवक को छुड़ाने की मांग की। पूर्व सांसद के कहने पर पुलिस ने युवक को छोड़ दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि मामले की शिकायत की तो बाद में अन्य केस में फंसाकर जेल भेज देंगे। पीड़ित की दादी जयवंती पत्नी रामगोपाल ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी अनंत देव ने सीओ गुलावठी को पूरे प्रकरण की जांच शनिवार शाम तक देने को कहा है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आते ही आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।