सूफियाना संगीत से सजी नुमाइश की शाम
बुलंदशहर : गुरुवार रात नुमाइश में सूफी/कव्वाली नाइट में शाबरी ब्रदर्स ने ऐसा समां बांधा कि लोग झूमने
बुलंदशहर : गुरुवार रात नुमाइश में सूफी/कव्वाली नाइट में शाबरी ब्रदर्स ने ऐसा समां बांधा कि लोग झूमने को मजबूर हो गए। देर रात तक चले कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दर्शक भी मौजूद रहे। एक के बाद एक फरमाइश का दौर चलता रहा।
जिला कृषि, औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी में गुरुवार रात सूफी/कव्वाली नाइट का आयोजन किया गया, शुभारंभ एडीएम (ई) विशाल ¨सह ने किया। इसके बाद शाबरी ब्रदर्स ने सूफियाना गीत-संगीत पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। एक से बढ़कर एक कव्वाली से लोगों को बांधे रखा। दमा दम मस्त कलंदर, अली दा पहला नंबर, देर ना हो जाए कहीं देर ना हो जाए और नहीं होना था, नहीं होना था हो गया गीतों पर दर्शक जमकर झूमे। गीत-संगीत का जादू देर रात तक लोगों के सिर चढ़कर बोला। एक के बाद एक फरमाइशी गीतों का सिलसिला चलता रहा। कुछ गीतों की फरमाइश अफसरों ने भी की। इस दौरान एसडीएम सिकंदराबाद, एसडीएम अनूपशहर, तहसीलदार और नायब तहसीलदार आदि मौजूद रहे।
सोमवार बाजार का ठेका 72 लाख में छूटा
बुलंदशहर : नुमाइश में लगने वाले सोमवार बाजार का ठेका छोड़ा गया। इसके लिए कई शर्ते रखी गई थीं, जिनमें बाजार के बाद प्रदर्शनी स्थल की पूरी सफाई करनी होगी। पूर्ण धनराशि पहले ही जमा करनी होगी और मेले में यदि कुछ खामी रह जाती है, तो वह जमानत राशि से ही पूरी की जाएगी। सोमवार बाजार का ठेका लेने छह लोग आए थे। मुजफ्फरनगर निवासी अरशद ने 72.5 लाख रुपये में ठेका लिया। वहीं, पार्किंग का ठेका 6.3 लाख में छूटा। ठेका लेने के लिए चार लोग आए थे, लेकिन सोमवार बाजार का ठेका लेने वाले अरशद ने ही पार्किग का ठेका लिया।