Move to Jagran APP

बीडीसी अपहरण कांड: गुड्डू पंडित गैंगस्टर से भी बरी

बुलंदशहर : वर्ष 2010 के चर्चित बीडीसी अपहरण कांड में स्थानीय अदालत ने विधायक डिबाई गुड्डू पंडित को ग

By Edited By: Published: Tue, 16 Dec 2014 07:50 PM (IST)Updated: Tue, 16 Dec 2014 07:50 PM (IST)
बीडीसी अपहरण कांड: गुड्डू पंडित गैंगस्टर से भी बरी

बुलंदशहर : वर्ष 2010 के चर्चित बीडीसी अपहरण कांड में स्थानीय अदालत ने विधायक डिबाई गुड्डू पंडित को गैंगस्टर के आरोपों से भी बरी कर दिया है। प्रदेश भर को हिला देने वाली इस घटना में गुड्डू पंडित के अलावा 9 अन्य को जेल की हवा खानी पड़ी थी। इससे पहले अदालत गुड्डू पंडित को अपहरण के आरोपों से बरी किया जा चुका है।

loksabha election banner

यह था मामला

दिसंबर 2010 में ब्लाक प्रमुख के चुनाव हो रहे थे। गाजियाबाद के तत्कालीन एआरटीओ अर्जुन सिंह की पत्नी माया देवी जहांगीराबाद से ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ रही थीं। आरोप है कि पत्नी को जिताने के लिए अर्जुन सिंह ने विधायक गुड्डू पंडित (बसपा से डिबाई विधायक) के साथ मिलकर 21 दिसंबर 2010 को 14 बीडीसी सदस्यों का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने घेराबंदी कर बीडीसी सदस्यों को मुक्त कराया था। तत्कालीन जहांगीराबाद के ब्लाक प्रमुख बिजेंद्र सिंह ने छतारी थाने में विधायक और एआरटीओ समेत बीस लोगों के खिलाफ धारा 149, 341, 506, 171सी, 171 ई और 7लॉ क्रिमिनल एक्ट में नामजद मामला दर्ज कराया था। उस समय यह मामला प्रदेश भर में चर्चित हुआ था और मायावती सरकार की खूब किरकिरी हुई थी। मामले के तूल पकड़ने के बाद मायावती ने अपने ही विधायक गुड्डू पंडित को न केवल पार्टी से बर्खास्त कर दिया था, बल्कि उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भी धकेल दिया था। करीब पांच माह तक गुड्डू पंडित जेल में रहे थे। मामले में पुलिस ने 20 में से 10 आरोपियों को गैंगस्टर के तहत निरुद्ध किया था।

कोर्ट ने माना गुड्डू बेकसूर

गुड्डू पंडित के सचिव भरत शर्मा ने बताया कि उक्त मुकदमा एडीजीसी 5 रजत जैन की गैंगस्टर कोर्ट में विचाराधीन था, जिसमें कोर्ट अपहरण के आरोपों से डिबाई विधायक को पहले ही बरी कर चुकी थी। सोमवार को कोर्ट ने गैंगस्टर पर भी फैसला सुनाया। कोर्ट ने श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित व अन्य 9 आरोपियों को बाइज्जत रिहा कर दिया।

इन्हें बनाया गया था आरोपी

विधायक डिबाई गुड्डू पंडित, मुकेश पंडित (वर्तमान में शिकारपुर विधायक), विनोद राय, प्रवीन शर्मा ठेकेदार, हरेंद्र उर्फ पप्पू, कांस्टेबिल प्रमोद यादव, नवीन ठाकुर, पंकज सिंघल, चंद्रकेश और गोविंद सिंह।

बोले विधायक

'सत्य परेशान तो हो सकता है, मगर पराजित नहीं'। मैं चाहता तो शासन स्तर से मुकदमें वापस करा सकता था, मगर सच्चाई सामने आए इसलिए मैंने न्यायालय का फैसला आने तक इंतजार किया, और अंत में सत्य की जीत हुई।

श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित, विधायक डिबाई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.