बस हादसा : अपनी गलती दबाने को बैंक ने लगवाए पीडि़त को चक्कर
बुलंदशहर : बस हादसे में लोगों ने जान गंवाई और परिजन मदद राशि के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रभाकर शर्मा
बुलंदशहर : बस हादसे में लोगों ने जान गंवाई और परिजन मदद राशि के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रभाकर शर्मा की पत्नी कुसुम देवी के केस में आखिरकार एडीएम प्रशासन को खुद छानबीन करनी पड़ी। पता चला कि गलती एसबीआइ जहांगीराबाद की थी और खामियाजा पीड़ित परिजन उठा रहे थे। एडीएम ने इस मामले में बैंक मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
शिकारपुर बस हादसे में ढलना निवासी प्रभाकर शर्मा की मौत हो गई थी। शासन की घोषणा के अनुरूप प्रशासन ने उनकी पत्नी कुसुम देवी के नाम दो लाख का चेक बतौर सहायता राशि दिया। कुसुम का खाता केनरा बैंक में है, जबकि चेक स्टेट बैंक का है। कुसुम के बेटे दिवाकर ने पिछले दिनों चेक केनरा बैंक में जमा किया। उसे एसबीआइ की जहांगीराबाद शाखा को क्लीयरेंस के लिए भेजा गया। एसबीआइ ने नोट लगाकर दिया कि चेक पहले ही प्रस्तुत किया जा चुका है। एडीएम प्रशासन विशाल सिंह ने छानबीन की तो एसबीआइ के मैनेजर ने पहली वार्ता में कहा कि एकाउंट में पैसे नहीं हैं। हालांकि एडीएम की सलाह पर दिवाकर ने दोबारा चेक जमा किया और फिर से उसे वापस कर दिया गया।
मीडिया के जरिये जब दोबारा यह केस गुरुवार को एडीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने संबंधित स्टाफ को बुलाकर जानकारी ली। पता चला कि जितने चेक काटे गए हैं, उसके सापेक्ष एकाउंट में 72 लाख रुपये जमा करा दिए गए हैं। मूल प्रति लाभार्थी के हाथ में रहते चेक क्लीयर होने की बात किसी के गले नहीं उतर रही थी। बहरहाल, एडीएम खुद कर्मचारियों और लाभार्थी के परिजनों के साथ एसबीआइ की मुख्य शाखा पहुंचे। वहां से पड़ताल हुई तो पता चला कि गलती बैंक की है। दरअसल, जहांगीराबाद शाखा ने कुसुम के चेक का नंबर भी फीड कर रखा था, लेकिन बैंक गलती मानने को तैयार नहीं था।
एडीएम ने बताया कि समस्या का निदान करा दिया गया है। चेक जमा करवाकर लाभार्थी को रसीद दे दी गई है। शुक्रवार को खाते में पैसा पहुंच जाएगा। उन्होंने माना कि गलती जहांगीराबाद शाखा की है। मैनेजर से लेकर जो भी इसके लिए दोषी है, जांच कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।