मुख्यमंत्री के दरबार में गूंजेगी अफसरों की करतूत
खुर्जा , बुलंदशहर : तहसील अफसरों के उत्पीड़न से त्रस्त गंगावली निवासी महिला किसान द्वारा आत्मदाह की चेतावनी दिए जाने का मामला तूल पकड़े जाने के बाद भी डीएम और अन्य अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। महिला के उत्पीड़न से निजात दिलाने के लिए विधायक वंशी सिंह पहाड़िया ने डीएम और एसडीएम से वार्ता की, लेकिन उनके निष्क्रिय रवैये से आहत होकर मुख्यमंत्री दरबार में मुद्दा उठाने के लिए समय मांगा है।
शनिवार को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रशासनिक अक्षमता को प्रमुखता से उठाया जाएगा। इस मामले में नायब तहसीलदार पर 40 हजार रुपए लेने के आरोपों पर तहसीलदार ने रुपए वापस लौटा दिए जाने की कहकर महिला के आरोपों को पुख्ता कर दिया है।
गंगावली निवासी अनिललता राघव ने स्थानीय अफसरों द्वारा इंसाफ नहीं दिए जाने के कारण परिवार समेत आत्मदाह किए जाने की चेतावनी दी है। 23 सितंबर के बाद कभी भी महिला आत्मघाती कदम उठाने के लिए विवश हो चुकी है। इसके बाद भी डीएम से लेकर स्थानीय अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। नायब तहसीलदार अश्विनी कुमार पर 40 हजार लेने के आरोप भी किसान ने लगाए, लेकिन भ्रष्ट सिस्टम ने जांच कराना तक गवारा नहीं समझा।
गुरुवार को एसडीएम सुनील कुमार सिंह ने महिला की शिकायत को वाजिब बताते हुए जल्द इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन देर रात उनका प्रमोशन सिटी मजिस्ट्रेट सहारनपुर के लिए हो गया।
पीड़िता को रुपए लौटा दिए हैं: तहसीलदार
महिला द्वारा नायब तहसीलदार अश्विनी कुमार सिंह पर 40 हजार रुपए नाप कराने के लिए लेने का आरोप लगाया था। महिला के आरोपों की खुद तहसीलदार अशोक कुमार सिंह ने पुष्टि की और कहा कि पीड़िता के रुपए लौटा दिए हैं। पीड़िता की शिकायत सही है और उसकी जमीन दिला दी जाएगी, लेकिन उसपर फिलहाल धान लगे हैं। इसलिए उसे इंतजार करना होगा।
इन्होंने कहा..
पीड़िता तहसील दिवस में डीएम से शिकायत कर चुकी है। मामला सुर्खियों में है। मैंने खुद लखनऊ में होने के बाद भी एसडीएम और डीएम से सुबह बात की थी। इसके बाद भी अधिकारी इंसाफ दिलाने के बजाए कार्यालय आकर पक्ष रखने की कहते हैं। इससे उनकी कथनी और करनी में फ र्क दिखता है। इसलिए मुख्यमंत्री से शनिवार को मिलने का समय मांगा है। प्रमुख सचिव को भी पीड़िता की फरियाद बताकर स्थानीय अफसरों की करतूत से अवगत कराया जाएगा। वंशी सिंह पहाड़िया, विधायक खुर्जा।