'सखी' हेल्पलाइन को शिकायतियों की दरकार
बुलंदशहर : ऐसा लगता है कि महिलाओं के उत्पीड़न के मामले कम हो गए हैं! कम से कम 'सखी' हेल्पलाइन पर अब तक दर्ज कराई गई शिकायतों की संख्या से तो ऐसा ही लगता है। आधी आबादी की मदद के लिए सखी 24 घंटे तैयार है, लेकिन सेवा लेने वाले ही नहीं हैं।
जिले में छेड़छाड़ और दुष्कर्म के अनगिनत मामले हैं। शायद ही कोई दिन ऐसी घटनाओं से अछूता रहता है। थाना, कचहरी और प्रशासनिक दफ्तरों में रोज दर्जनों अर्जियां महिला उत्पीड़न की आती हैं। लेकिन महिलाओं की समस्या के समाधान के लिए शुरू की गई सखी हेल्पलाइन शिकायतों का इंतजार कर रही है। यहां आने वाली शिकायतों का औसत प्रतिदिन दो का भी नहीं है। विगत 2 जुलाई को यह हेल्पलाइन शुरू हुई थी और 23 तारीख तक मात्र 43 शिकायतें दर्ज कराई गई। इनमें से 4-5 शिकायतें जांच में सटीक नहीं मिलीं, जबकि 33 का निस्तारण किया जा चुका है।
दरअसल, इस हेल्पलाइन पर 24 घंटे फोन पर महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज किए जाते हैं। साथ-साथ उनका निपटारा कराया जाता है। जिलाधिकारी खुद इन मामलों की मॉनिटरिंग करती हैं। लेकिन शायद प्रचार-प्रसार का अभाव है या फिर जागरूकता की कमी कि पीड़ित महिलाएं इस सेवा से जुड़ नहीं पा रही हैं। जिलाधिकारी निधि केसरवानी ने बताया कि जागरूकता के लिए स्कूल-कालेजों व अन्य स्थानों पर होर्डिग-बैनर लगाए जाएंगे। साथ ही वॉल पेटिंग कराई जाएगी। पीड़ित महिलाएं हेल्पलाइन नंबर 05732-282828 एवं 7037282828 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकती हैं।