ईंट भट्टे पर बंधक परिवार मुक्त कराए
बढ़ापुर(बिजनौर): उच्च न्यायालय के आदेश पर ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर रख गये पांच दलित परिवारों को उपजि
बढ़ापुर(बिजनौर): उच्च न्यायालय के आदेश पर ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर रख गये पांच दलित परिवारों को उपजिलाधिकारी ने मुक्त कराया। मजदूरों को भट्टा स्वामी ने तीन माह से बंधक बनाकर रख रखा था। बंधक बने परिवारों को स्वतंत्र कर उनके घर भेज दिया गया।
उच्च न्यायालय के आदेश पर उपजिलाधिकारी नगीना अंजुलता ने गुरुवार को श्रम विभाग की टीम के साथ थाना क्षेत्र के गांव मुकन्दपुर राजमल के समीप बने चांद ब्रिक वर्कस पर छापा मारा। छापामार कार्रवाई के दौरान एसडीएम ने मजदूरों की व्यथा सुनी। तीन माह से भट्टे पर बंधक बनाकर रखे गये दलित परिवारों ने बताया कि अगस्त 2015 में उनके गांव का ठेकेदार सुभाष पुत्र गुरदास निवासी भूक्कनहेड़ी थाना भोपा जनपद मुजफरनगर उनके परिवारों को मजदूरी के लिए बढ़ापुर निवासी शेख मौहम्मद राशिद के भट्टे पर ईंट पथाई के लिए लेकर आया था। उनके भट्टे पर आने के बाद मात्र दस दिन तक तो सभी मजदूरों को कार्य दिया गया, परन्तु दस दिनों के उपरान्त उन्हें न तो काम दिया गया और न ही खर्च के लिए पैसे ही दिए गये। काम न मिलने पर पांचों परिवार के मजदूरों ने भट्टे से काम छोड़ने की बात की। इस पर भट्टा स्वामी उन्हें डरा धमका कर भट्टे पर रुकने को मजबूर कर दिया साथ ही पांचों परिवार के लगभग दो दर्जन सदस्यों को भट्टे पर ही बंधक बना लिया। जिस पर किरण पाल पुत्र सुलतान ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक रिट दायर की। इस पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बंधक बने मजदूरों को आजाद कराने का फरमान जारी कर दिया। उच्च न्यायालय के आदेश पर उपजिलाधिकारी नगीना अंजुलता ने गुरुवार को श्रम प्रवर्तन अधिकारी एनपी देशवाल व बढापुर पुलिस को साथ लेकर भट्टे पर बंधक बने मजदूरों को आजाद कराकर उनके घर भेज दिया। इससे बंधकमुक्त हुए मजदूरों के परिवारों में खुशी का माहौल है।