आरक्षण को लेकर कलक्ट्रेट में गरजे जाट
बिजनौर : केन्द्रीय सेवाओं में ओबीसी श्रेणी में जाट समाज को पुन: शामिल करने व 17 मार्च 15 से पूर्व के
बिजनौर : केन्द्रीय सेवाओं में ओबीसी श्रेणी में जाट समाज को पुन: शामिल करने व 17 मार्च 15 से पूर्व केन्द्रीय नौकरियों या बैंकों की परीक्षा पास करने वालों को अविलंब ज्वाइन कराने की मांग को लेकर जाट समाज ने सोमवार कलक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन कर धरना दिया। आंदोलित समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष यशवीर ¨सह के नेतृत्व में अनेक जाट समाज के लोग सोमवार सुबह ग्यारह बजे गन्ना समिति प्रांगण में एकत्र हुए, यहां उनकी भीड़ पंचायत में बदल गई। विजयपाल ¨सह लांबा की अध्यक्षता एवं अवनीश चौधरी के संचालन में हुई पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र की गलत नीतियों व लचीली पैरवी के चलते जाट समाज का आरक्षण रद्द हुआ है। आरक्षण समाज की आवश्यकता है। समाज के हजारों बेरोजगार युवा विभिन्न नौकरियों में आरक्षण के आधार पर 17 मार्च 15 से पहले चयनित हो चुके थे। उनको नौकरियां ज्वाइन करने से वंचित कर दिया गया है। यह दुर्भाग्य है। बाद में आंदोलित समाज के लोग जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान समाज के लोग आरक्षण दिलाने तथा केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। बाद में जिलाध्यक्ष यशवीर ¨सह की ओर से प्रधानमंत्री के नाम संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा गया। प्रदर्शन करने वालों में डा. बीरबल ¨सह, एमपी ¨सह, महिपाल ¨सह, समरपाल ¨सह, राजपाल ¨सह, सबल ¨सह, श्याम ¨सह अहलावत, वीरेन्द्र ¨सह, महावीर ¨सह, सुनील कुमार, ब्रह्मपाल ¨सह, मास्टर चन्द्रपाल ¨सह, नीरज चौधरी आदि रहे।