बम विस्फोट कांड: लखनऊ कोर्ट से वापस हुई मुकदमों की पत्रावली
बिजनौर : यहां के बहुचर्चित बम विस्फोट कांड में आतंकी मुकदमों की पत्रावली लखनऊ स्थित कोर्ट ने सुनवाई
बिजनौर : यहां के बहुचर्चित बम विस्फोट कांड में आतंकी मुकदमों की पत्रावली लखनऊ स्थित कोर्ट ने सुनवाई किए बगैर वापस कर दी है। एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को इससे झटका लगा है। कोर्ट ने साफ कहा है कि इस बाबत न तो हाईकोर्ट से कोई निर्देश है न ही सरकार की ओर से कोई पत्र जारी किया गया है। एनआइए अब उन औपचारिकताओं को पूरी करने में जुट गई है, जिसकी वजह से पत्रावली को वापस किया गया है। इस बाबत, कानूनी सलाह भी ली जा रही है।
12 सितंबर 2014 को जाटान मोहल्ले में बम ब्लास्ट हुआ था। इस घटना के बाद जनपद में किराए पर रह रहे छह आतंकी फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस की ओर से छह मुकदमे दर्ज कराए गए थे। चार मुकदमों की चार्जशीट पुलिस और दो की एटीएस ने कोर्ट में दाखिल की थी। पांच मई को आतंकी घटना की जांच एनआइए ने शुरू कर दी थी। एक माह पहले मुकदमों की पत्रावली आतंकी मामलों की सुनवाई के लिए लखनऊ में निर्धारित कोर्ट में स्थानांतरित की गई थी, लेकिन वहां से पत्रावली यह कहते हुए वापस कर दी गई है कि इस संबंध में हाईकोर्ट से निर्देश नहीं मिला है और न ही शासन से कोई पत्र। अब एनआइए अधिकारियों ने कोर्ट में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली है। इस संबंध में कानूनी सलाहकारों की राय ली जा रही है। एनआइए ने शासन स्तर पर भी विचार-विमर्श किया है। एजेंसी के आला अफसरों से भी बातचीत की जा रही है। फिलहाल, एनआइए अधिकारी बिजनौर में डेरा डाले हुए हैं। टीम आतंकी के दो सिम बरामद कर चुकी है। दोनों सिम के बारे में बताया जा रहा है कि यह इत्तेफाक से मिले हैं। एक सिम भाटान मोहल्ले में किशोरी, जबकि दूसरा वहीं के एक युवक के पास से मिला है। वह संग्रह अमीन है। टीम दोनों लोगों से पूछताछ कर चुकी है।