'आसमां से तुम्हें उतरते देखता हूं'
नजीबाबाद : केंद्र कला संस्कृति परिषद के तत्वावधान में आयोजित काव्य सभा में कवियों ने एक से बढ़कर ए
नजीबाबाद : केंद्र कला संस्कृति परिषद के तत्वावधान में आयोजित काव्य सभा में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत कर समां बांध दिया। मोहल्ला पठानपुरा स्थित नुसरतउल्ला खान के आवास पर मंगलवार रात्रि हुई काव्य सभा में कुमुद कुमार ने आसमां से तुम्हें उतरते देखता हूं, ख्वाबों में एक चित्र खींचता हूं, रचना प्रस्तुत कर समां बांध दिया। दिगंबर ¨सह सुल्तानिया ने कहा कि नजर से नजर मिलाकर तो देखो, मेरा साथ कुछ दिन निभाकर तो देखो। नुसरतउल्ला खां ने मौहिब वक्त ने पत्थर बना दिया मुझको बुरे वक्त ने यह बात सच है घायल मैं आइना था कभी, रचना प्रस्तुत की। काव्य सभा में परिषद की ओर से फरहत जमा सागर को काव्य रत्न से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न भी दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद अध्यक्ष मनमोहनलाल गुप्त एवं संचालन कुमुद कुमार ने किया। कार्यक्रम में चांद अहमद, हैदर रजा, परवीन कुमार, मनोज वर्मा, संदीप कुमार, रोबिन ¨सह, शैलेंद्र, धीरज एवं मयंक मित्तल आदि मौजूद थे।