जिले भर में परम्परागत तरीके से मनाया गोवर्धन
बिजनौर : जिले में शुक्रवार को गोवर्धन पर्व परम्परागत तरीके से मनाया गया। शुक्रवार सुबह अन्नकूट बनाकर
बिजनौर : जिले में शुक्रवार को गोवर्धन पर्व परम्परागत तरीके से मनाया गया। शुक्रवार सुबह अन्नकूट बनाकर भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाया तथा देर शाम लोगों ने गोवर्धन की पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि एवं बच्चों की दीर्घायु की कामना की।
गोवर्धन पर्व के मौके पर शुक्रवार सुबह महिलाओं ने विभिन्न व्यंजन (अन्नकूट) बनाया तथा भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया। देर शाम लोगों ने घरों के आंगन में गोवर्धन बनाया तथा पूजा अर्चना कर बच्चों की दीर्घायु एवं परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
धर्मग्रंथों के अनुसार एक दिन भगवान श्रीकृष्ण ग्वालों के साथ खेलते हुए गोवर्धन पर्वत पहुंचे। जहां कुछ लोग गोवर्धन पर्वत पर इंद्र की पूजा कर रहे थे। पूजा अर्चना कर रहे लोगों का कहना था कि वह इंद्र मेघ के स्वामी है। इंद्र देवता की कृपा से वर्षा होती है। तब श्रीकृष्ण ने कहा कि इंद्र से अधिक शक्तिशाली तो गोवर्धन पर्वत है इसकी उपासना करनी चाहिए। नारदमुनि से यह जानकारी मिलने पर इंद्र नाराज हो गये और लगातार सात दिन तक वर्षा की। इस पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कनिका अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया और गोकुलवासियों की रक्षा की। तब से आज के दिन भगवान कृष्ण, गोवर्धन, ग्वालों की पूजा-अर्चना की जाने लगी।
गोवर्धन पर्व पर हुई अन्नकूट से पूजा
नजीबाबाद: श्री हरि संकीर्तन मंडल के तत्वावधान में मोहल्ला टीला स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में गोवर्धन पर्व पर अन्नकूट से पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण से परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। वहीं श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में भगवान को भोग भी लगाया। इसके अलावा नजीबाबाद, जलालाबाद, साहनपुर, मंडावली व नांगलसोती और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों ने गोवर्धन पर्व परम्परागत ढंग से मनाया। वहीं अन्नकूट की पूजा भी की गई।