पढ़ाई में बाधक बन रहे बदहाल शौचालय
शेरकोट : परिषदीय विद्यालयों में बदहाल शौचालय पढ़ाई में बाधक बन रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में शौचालय टूटी-फूटी स्थिति में है। शौचालयों पर गेट तो दूर, सीट तक नहीं होती। कई स्कूलों में शौचालय के चारों ओर इतनी घास व गंदगी है कि बच्चें वहां जाने का साहस भी नहीं जुटा पाते।
धामुपर तहसील क्षेत्र में 196 परिषदीय स्कूल हैं। अधिकतर स्कूलों में बने शौचालयों की हालत खस्ता है। कुछ स्कूल तो ऐसे हैं, जहां पर सीट तक नहीं हैं और सीट है भी तो गंदगी से बजबजा रहे हैं। शेरकोट के प्राथमिक स्कूल प्रथम, द्वितीय में शौचालय तो बने हैं, लेकिन इनके चारों ओर गंदगी का इतना अंबार लगा है कि कोई बच्चा वहां तक पहुंचने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाता। चारों ओर घास व गंदगी होने के कारण जहरीले कीड़ों के काटने की भी आशंका बनी रहती है। ऐसे उनकी पढ़ाई चौपट होने के साथ-साथ समय की भी बर्बादी होती है। कुछ बच्चे तो इसका लाभ उठाते हुए शौच के बहाने घर चले जाते हैं और बाद में स्कूल में वापस नहीं आते।
बीईओ सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि क्षेत्र के किसी भी विद्यालय के बदहाल शौचालय का मामला संज्ञान में आने पर उसकी मरम्मत करा दी जाती है। सभी परिषदीय स्कूलों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। शिकायत आने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।