'मौत' के साये में ज्ञान की पाठशाला
राजनारायण कौशिक, नजीबाबाद
पूर्व माध्यमिक विद्यालय जहानाबाद में अध्यनरत बच्चे मौत के साये में पढ़ने को मजबूर हैं। विद्यालय के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन शिफ्ट कराए जाने का मुद्दा भी कई बार उठाया जा चुका है, लेकिन अभी यह मामला बिजली विभाग के दफ्तर में फाइलों के ढेर में दबा हुआ है।
ग्राम जहानाबाद में संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में गांव के करीब 137 बच्चे अध्यनरत हैं। विडंबना यह है कि इस विद्यालय के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। इस लाइन की वजह से विद्यालय भवन में करंट आने और टूटकर गिरने से अक्सर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। विद्यालय स्टाफ का कहना है कि दो दिन पहले करंट से आने से कई बालक बाल-बाल बचे थे। वहीं विद्यालय की मुख्य अध्यापिका यशोदा देवी का कहना है कि साल 2001 में निर्मित इस विद्यालय के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन शिफ्ट कराए जाने के सम्बन्ध में शिक्षा और बिजली विभाग में लिखा-पढ़ी भी कर चुकी है, लेकिन पिछले कई साल से मामला बिजली विभाग की फाइलों के ढेर में दबा हुआ है। यही वजह है कि इस विद्यालय के बच्चे मौत के साये में ज्ञानार्जन में लगे हुए हैं।
-खंबे तो लगे, पर अभी तक नहीं हुई लाइन शिफ्ट
ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार बताते हैं कि चार साल पहले स्कूल से ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन शिफ्ट किए जाने के लिए खंबे तो लगा दिए गए, लेकिन अभी तक लाइन शिफ्टिंग का कार्य पूरा नहीं किया गया। कई बार इस लाइन को शिफ्ट कराने के लिए बिजली विभाग के अफसरों से सम्पर्क भी किया गया, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई। शायद बिजली विभाग के अफसरों को किसी हादसे का इंतजार है। इस संबंध में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता एसके गर्ग का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
''राजस्व विभाग की टीम से स्थलीय निरीक्षण कराकर विद्यालय के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग कराए जाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।''
-मनोज कुमार, एसडीएम नजीबाबाद