-अंतिम दिन महिलाओं ने की जमकर खरीदारी
मोढ़ (भदोही) : क्षेत्र के जमुनीपुर अठगवां में रविवार से प्रारंभ दो दिवसीय धनुषयज्ञ मेले का सोमवार को
मोढ़ (भदोही) : क्षेत्र के जमुनीपुर अठगवां में रविवार से प्रारंभ दो दिवसीय धनुषयज्ञ मेले का सोमवार को समापन हो गया। नोट बंदी संकट के बावजूद अंतिम दिन लोगों ने जहां जमकर खरीदारी की, तो वहीं मनोरंजन के संसाधनों का भी खूब उपयोग किया गया।
क्षेत्र के ऐतिहासिक मेले को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं। नोट बंदी के बावजूद मेला प्रबंधन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। भव्य मंच की स्थापना के साथ साथ मेले की सफलता के लिए हर संभव इंतजाम किए गए हैं। रविवार को मेले का शुभारंभ हुआ।
इस दौरान आसपास के गांवों के लोगों के साथ ही पड़ोसी जनपदों से भी भारी तादाद में लोगों ने मेले में भागीदारी की। परंपरा के अनुसार सर्वप्रथम शिव धनुष तोड़ने की रस्म शुरू की गई। भगवान श्रीराम द्वारा शिव धनुष तोड़ते ही जय श्रीराम के उद्घोष वातावरण गुंजायमान हो उठा। धनुष टूटने के बाद मां सीता ने श्रीराम के गले में जैसे ही जयमाला पहनाया कि लोगों ने जमकर पुष्पवर्षा की।
मेले में जौनपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, इलाहाबाद, मीरजापुर सहित अन्य जनपदों से लोग निजी व किराए के वाहनों में सवार होकर लोग पहुंचे।
इससे मेला परिसर दोपहर 12 बजे तक खचाखच भर गया। दूर-दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने क्रमष: हनुमान, शिव व दुर्गा मंदिरों में दर्शन पूजन कर हलवा-पूड़ी चढ़ाया। मंदिरों के फेरे लेकर इच्छित कामनाओं की पूर्ति के लिए इष्टदेव की प्रार्थना की गई। इसके बाद लोग राम विवाह में भाग लेने के उपरांत मेला देखने में जुट गए। अंतिम दिन सोमवार को भी मेला परिसर लोगों से खचाखच भरा रहा। बच्चों ने झूले आदि का लुत्फ उठाया, वहीं महिलाओं ने खरीदारी को तरजीह दी। उधर सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस बल के साथ पीएसी के जवान मेले में चक्रमण करते रहे। मेला सकुशल सम्पन्न होने पर मेला प्रबंधन समिति ने लोगों का आभार प्रकट किया।