आदि शक्ति के दर्शन मात्र से भर जाती है गोद
ज्ञानपुर (भदोही) : जिला मुख्यालय ज्ञानपुर नगर के पूर्वी दिशा में स्थित घोपइला माता मंदिर में विरा
ज्ञानपुर (भदोही) : जिला मुख्यालय ज्ञानपुर नगर के पूर्वी दिशा में स्थित घोपइला माता मंदिर में विराजमान आदि शक्ति के दर्शन मात्र से गोद भर जाती है। नवरात्र के नौ दिनों तक शक्ति की उपासना के लिए स्थानीय के अलावा दूर-दूर के भक्त आते हैं। नौ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।
जानकारों का कहना है कि नगर के हरिहरपुर निवासी दीप नारायण लाल ने दशकों पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। इसके पीछे यह कहानी प्रचलित है कि दीप नारायण लाल को कोई संतान नहीं थी। वह संतान को लेकर काफी विचलित रहा करते थे। जो जहां कह देता था वह वहां जाकर पूजा-पाठ करवाते थे। इस तरह वह काफी दिनों तक इधर-उधर भटकते रहे। एक दिन अचानक उन्हें स्वप्न में देवी ने दर्शन देकर कहा कि यदि तुम्हें पुत्र रत्न प्राप्त हो जाए तो मेरा मंदिर बनवा देना। मां का चमत्कार हुआ। कुछ समय बाद उनका आंगन किलकारियों से गूंज उठा। उन्होंने पुत्र का नाम आदि शक्ति के नाम पर ही दुर्गा प्रसाद रख दिया और घोपइला में मां दुर्गा के मंदिर का निर्माण कराया। जिसमें काले पत्थर से बनी मां की दिव्य प्रतिमा का स्थापना कराया। इसके पश्चात दुर्गा प्रसाद ने सन् 1979 में मंदिर का जीर्णोद्वार कराया। वर्तमान समय में भी मंदिर के पूजा- पाठ की व्यवस्था उनके परिवार के लोग ही करते चले आ रहे हैं। नवरात्र के दिनों में जगत जननी जगदम्बा के दर्शन को भक्तों की भीड़ उमड़ती है।