हरे बसंतिया पनिया बाढ़त बा रशनवा छतवा पर पहुंचाइ दे
ज्ञानपुर (भदोही) : गंगा का पानी आबादी की ओर लगातार बढ़ रहा है। दूर- दूराज से बहकर आ रहे खतरनाक जीव-ज
ज्ञानपुर (भदोही) : गंगा का पानी आबादी की ओर लगातार बढ़ रहा है। दूर- दूराज से बहकर आ रहे खतरनाक जीव-जंतु ¨चताजनक हालात पैदा कर रहे हैं। बिजली गुल होने से चहुंओर अंधेरा ही अंधेरा है। अपना ही मुंह देख रही दरवाजे पर लटकी लालटेन। हरिरामपुर स्थित दलित बस्ती में चूल्हा-चौका कर बसंती अभी पहला कौर मुंह में डालने ही जा रही थी कि मड़हे में बैठे उसके पति चिल्लाने लगे- हरे बसंतिया, पनिया बाढ़त बा रशनवा छतवा पर पहुंचाइ दे, अरे बपइ भगवनवा जनवइ पर उतरू बा का. कुछ ऐसे ही शब्द तटवर्ती क्षेत्रों में पानी से घिरी बस्तियों से निकले लगे हैं। गंगा रिकार्ड तोड़ने को आतुर दिख रही हैं। लाल निशान को पार करने में कुछ ही सेंटीमीटर रह गए हैं।
गंगा की धाराओं से घिरे कोनिया क्षेत्र के दर्जनों गांव एक सप्ताह से प्रभावित हैं। अति पिछड़े क्षेत्र कोन में अधिसंख्य लोगों के पास कच्चा मकान है या फिर छप्पर। एक सप्ताह से लगातार जल स्तर में वृद्धि होने से जहां लोगों के घरों में पानी घुस जा रहा है तो वहीं दर्जनों मड़हा गिरकर नष्ट हो चुके हैं। साल भर के लिए घरों में रखा अनाज भी कुछ लोग तो सुरक्षित स्थान पर रख लिए तो कुछ पानी की चपेट में आने से खराब हो गए। सर्वाधिक कहर हरिरामपुर, कला तुलसी, गजाधरा, भूर्रा, छेछुआ आदि गांवों में देखने को मिल रहा है। ईधन के बगैर जहां लोग दोनो वक्त चूल्हे नहीं जला पा रहे हैं तो वहीं मवेशियों के लिए चारा की दक्कत हो गई है। लगातार जल स्तर की वृद्धि से चहुंओर अफरा- तफरी का माहौल है। इसी बीच अफसरों के वाहनों का सायरन की आवाज कानों में चुभ रहा है। हालांकि जिला प्रशासन जगह-जगह सहायता केन्द्रों के माध्यम से राहत पहुंचाने में जुटा हुआ है।