अंतत: दूसरे को आवंटित हो गया पूर्व सांसद का आवास
ज्ञानपुर (भदोही): पूर्व सांसद फूलन देवी का कालीन नगरी में स्थित आवास अंतत: दूसरे को आवंटित कर दिया ग
ज्ञानपुर (भदोही): पूर्व सांसद फूलन देवी का कालीन नगरी में स्थित आवास अंतत: दूसरे को आवंटित कर दिया गया। परिजन उनके द्वारा तैयार की गई थाती को बचा नहीं सके। आवास के लिए निर्धारित किश्तों की अदायगी न होने पर भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने फूलन के नाम का आवंटन निरस्त कर दूसरे को आवंटित कर दिया।
दरअसल, चंबल के बीहड़ों से निकलकर संसद तक पहुंचने वाली फूलन का ग्लैमर कुछ ऐसा था कि देशी व विदेशी मीडिया उनकी मुरीद बन गई थी। ग्यारहवीं लोकसभा चुनाव के दौरान जब सपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया तो क्षेत्र की जनता ने उन्हें सिर आंखों पर बिठाते हुए दो बार चुनकर ससम्मान संसद में भेज दिया। सांसद बनने के बाद कालीन नगरी में वर्ष 1997 में उन्होंने भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) से रजपुरा कालोनी में हाई इनकम गु्रप (एचआइजी) का पंजीयन कराकर निर्धारित शर्तो के अनुरूप आवास आवंटित करा लिया लेकिन आवास आवंटन के बाद सांसद उसकी किस्तें जमा करने में नाकाम रहीं। इसके बाद प्राधिकरण द्वारा उन्हें बार-बार नोटिस जारी कर स्मरण दिलाया। इस बीच वर्ष 2001 में दिल्ली में उनकी गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इसके बाद भी प्राधिकरण बार-बार नोटिस जारी कर सांसद पति उम्मेद सिंह को बकाया धनराशि जमा कराने का आग्रह करता रहा। प्राधिकरण की हर नोटिस के जबाब में श्री सिंह बकाया धनराशि जमा करने के लिए समय मांगते रहे। बावजूद इसके धनराशि जमा नहीं हो सकी। इस बीच फूलन की बहन रुक्मिणी देवी ने उनके आवास को संग्रहालय बनाने की मांग बुलंद की लेकिन किश्त नहीं जमा हुई। लंबे इंतजार के बाद प्राधिकरण ने अंतत: फूलन के नाम का आवंटन पहले ही निरस्त कर दिया था। गत दिवस आवास दूसरे को आवंटित कर दिया गया। वैसे इस बाबत प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी इंद्रमोहन दुबे ने बताया कि मकान का आवंटन निरस्त कर किसी दूसरे को आवंटित कर दिया गया है। जो प्राधिकरण के नियमानुसार एक सामान्य प्रक्रिया है।