संसद में गूंजी कटान की पीड़ा
ज्ञानपुर (भदोही) : जिले के मध्य से होकर गुजरी मोरवा नदी व गंगा तटवर्ती कोनिया क्षेत्र में गंगा के जलप्रवाह से हो रहे कटान की पीड़ा संसद में गूंज चुकी है। सांसद वीरेंद्र सिंह ने सोमवार को मामले को उठाते हुए कटान रोकने के प्रति प्रंभावी कार्रवाई कराने की मांग रखी। इतना ही नहीं उन्होंने गंगा के व्यथा का जिक्र करने के साथ ही इसके समाधान का सुझाव भी रखा।
सांसद श्री सिंह ने जिले के कोनिया क्षेत्र में हो रहे कटान को उठाते हुए कहा कि गंगा व यमुना का मैदानी क्षेत्र सबसे उपजाऊ क्षेत्र माना जाता है किंतु कटान से उपजाऊ भूमि नष्ट होती जा रही है। किसान भूमिहीन होते जा रहे हैं। इससे उनके समक्ष जीविकोपार्जन का संकट खड़ा होता जा रहा है। उन्होंने कटान को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने व गंगा, यमुना के मैदानी क्षेत्रों में सिंचाई संसाधनों की व्यवस्था कराने की मांग रखी।
इसी तरह उन्होंने जिले से होकर गुजरी मोरवा नदी के मामले को उठाते हुए कहा कि उन्होंने मोरवा को पुनर्जीवित करने का काम किया है। उन्होंने सभी सांसदों से पांच-पांच तालाबों का निर्माण कराने पर जोर देते हुए संकल्प लिया कि वह प्रत्येक चार माह में एक तालाब का निर्माण (जीर्णोद्धार) कराएंगे। सदस्यों ने इसका करतल ध्वनि से स्वागत किया।