धर्म की स्थापना के लिए अवतार लेते हैं भगवान
बस्ती: विकास क्षेत्र के जीवपुर स्थित बालाजी मेवाती रामसूरत लोक कल्याण इंटरमीडिएट कालेज में चल रही रा
बस्ती: विकास क्षेत्र के जीवपुर स्थित बालाजी मेवाती रामसूरत लोक कल्याण इंटरमीडिएट कालेज में चल रही रामकथा के पांचवें दिन कथावाचक छोटे बापू महाराज ने श्रद्धालुओं को राम जन्म के कारणों से अवगत कराया।
कथा व्यास ने बताया कि एक बार माता पार्वती ने भगवान शंकर से रामकथा सुनाने का अनुरोध किया तो भगवान भोलेनाथ ने माता पार्वती को रामकथा श्रवण कराते हुए कहा कि देवी राम जन्म के कई कारण है। एक बार मनु सतरूपा ने एक साथ कठोर तप किया और भगवान विष्णु के समान पुत्र प्राप्ति का वरदान मांगा। इसी वरदान के कारण नारायण ने अयोध्या में श्रीराम के रूप में जन्म लिया तथा मनु सतरूपा राजा दशरथ एवं माता कौशल्या के रूप में जन्म लिया। दूसरा कारण वृंदावन में भगवान नारायण को दिया गया श्राप है। एक बार देवी तुम्हारे गुरू नारद ने भगवान नारायण को श्राप दिया था। वहीं नारायण के पार्षद जय विजय ने कुछ ऋषियों को नारायण से मिलने की अनुमति नही दो तो जिससे कुपित होकर उन्होंने जय विजय को राक्षस हो जाने का श्राप दे डाला जो कि रावण व कुंभकर्ण के रूप में पैदा हुए। जिनके उद्धार के लिए भगवान को पृथ्वी पर राम के रूप में अवतार लेना पड़ा। कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है और धर्म नष्ट होने लगता है तो भगवान स्वयं अवतार लेकर पापियों का विनाश कर धर्म की स्थापना करते हैं। कथा में हेमन्त पांडेय, घनश्याम पांडेय, जगदंबा पांडेय, बुद्धिसागर सोनी, हीरा ¨सह, जीतेन्द्र ¨सह आदि मौजूद रहे।