गांव भूल,अफसरों की सेवा में सफाई कर्मी
बस्ती : प्रदेश के विभिन्न ग्राम पंचायतों में एक लाख आठ हजार आठ सौ चपरासी व सफाई कर्मी हैं, मगर इनमें
बस्ती : प्रदेश के विभिन्न ग्राम पंचायतों में एक लाख आठ हजार आठ सौ चपरासी व सफाई कर्मी हैं, मगर इनमें से दस फीसद भी ग्राम पंचायतों में सफाई करने नहीं पहुंच पा रहे हैं। यह सारे कर्मचारी नौकरशाहों की सेवा में लगे रहते हैं। इनके वेतन का बोझ पंचायतों पर है। जिस हिसाब से तैनाती है उस अनुसार 59073 ग्राम पंचायतों में लगभग दो सफाई कर्मी आते हैं। पांच से लेकर 35 ग्राम पंचायतों पर एक पंचायत सेक्रेटरी कार्य कर रहे हैं, ग्रामीण जनता विकास की बाट जोह रही है। इसके लिए ग्राम प्रधानों को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है।
यह उद्गार उत्तर प्रदेश ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डीपी ¨सह ने व्यक्त किया। वे गुरुवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आरोप लगाया कि छह माह बीत चुके हैं, मगर गांवों के विकास का पहिया ठहरा हुआ है। दो वर्ष पूर्व केंद्र सरकार ने 14 वें वित्त आयोग की धनराशि का प्रदेश सरकार से हिसाब आन लाइन चाहा था, मगर इसे लेकर सरकार अब तक सेटअप ही तैयार नहीं कर सकी है। कर्मचारी व संसाधन अब तक नहीं जुटाए गए। कहा कि ग्राम प्रधानों को सरकारी तंत्र गुमराह कर रहा है। योजनाओं व कार्य प्रणाली की जानकारी तक उन्हें नहीं दी जा रही है। ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण के नाम पर रस्म अदायगी कर दी गई है। इसका कहीं कोई लाभ नजर नहीं आ रहा।