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याद किए गए शिकागो के शहीद, मजदूरों में एकजुटता का संदेश

बस्ती : मजदूर दिवस पर रविवार को श्रमिक संगठनों के अलावा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व राजनीतिक संगठ

By Edited By: Published: Sun, 01 May 2016 09:37 PM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 09:37 PM (IST)
याद किए गए शिकागो के शहीद, मजदूरों में एकजुटता का संदेश

बस्ती : मजदूर दिवस पर रविवार को श्रमिक संगठनों के अलावा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व राजनीतिक संगठन ने अपने- अपने ढंग से शिकागो के शहीदों को याद किया। सभी ने मजदूरों की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि संघर्ष की जो मशाल शिकागो में शहीद मजदूरों ने जलाई थी उसकी लौ मद्धिम पड़ने लगी है। जबकि परिस्थितियां उनसे ज्यादा जटिल हो गई हैं। ऐसे में मजदूर एक हो संघर्ष करें तभी उनका हक उन्हें मिलेगा।

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राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 1 मई को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग केंद्र सरकार से की गई।

परिषद के पूर्व अध्यक्ष एम डब्ल्यू अंसारी व पूर्व सहायक सूचना निदेशक डा. दशरथ प्रसाद यादव, पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष जलालुद्दीन कुरैशी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की नीतियां कर्मचारियों को बंधुआ मजदूर बनाने के लिए हैं। आउट सोर्सिंग जैसी व्यवस्था अपनाई जा रही है। अध्यक्षता मस्तराम वर्मा व संचालन परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम अधार पाल ने किया।

इससे पूर्व शिकागो के शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गई।

कार्यक्रम को अजीत ¨सह, संतोष राव, मनोज यादव, परमात्मा प्रसाद, हरीराम पाल, राकेश पांडेय, संत कुमार नंदन, प्रेम शंकर लाल श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र मिश्र, सुरेंद्र कुमार चौधरी, दिलीप चौधरी, छोटे लाल, राजेश कुमार, राधेश्याम तिवारी, मुकेश सोनकर, प्रशांत खरे, अब्द़ल्ला, हरीराम आदि ने संबोधित किया।

गांधी कला भवन सभागार में एटक और सीटू द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि से हुआ।

एटक राज्य कमेटी सदस्य कामरेड अशर्फी लाल ने औद्योगिक क्रांति, मजदूरों के दमन के इतिहास पर प्रकाश डाला। शिकागो में शहीद मजदूरों द्वारा जलाई गई मशाल की लौ अब धीमी पड़ने लगी है। इसे तेज करने के लिए दुनिया के मजदूरों को एक होना होगा। सीटू नेता केके तिवारी ने शिकागो शहीदों को नमन करते हुए कहा कि काम के घंटे तय करने जैसे काम को इन बलिदानियों ने पूरा किया। यह दिवस दुनिया का सबसे बड़ा त्योहार है। श्रम संशोधन के नाम पर भारत समेत दुनिया के अनेक देशों में मजदूरों का हक मारा जा रहा है। कार्यक्रम को कामरेड वीरेंद्र प्रताप मिश्र, रमेश ¨सह, दिवान चंद्र पटेल, कामरेड अनवर फसी, राधापति पाठक, शकुंतला मिश्रा, सुनील कुमार पांडेय, शिवशंकर, ध्रुवचंद्र, फूलचंद्र विकल, सियाराम सोनकर, राम निरख यादव, सीमा जायसवाल, श्याम मनोहर जायसवाल, सालिक राम चौधरी आदि ने संबोधित किया।

उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के तत्वावधान में प्रेस क्लब में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रमजीवी पत्रकारों की समस्याओं पर चर्चा हुई। पत्रकार दिनेश चंद्र पांडेय ने कहा कि प्रबंधन एवं श्रमजीवी पत्रकारों के आपसी सामंजस्य से अखबार से जुड़े लोगों का हित सुरक्षित हो सकेगा। सभाध्यक्ष राजेंद्र नाथ तिवारी व पूर्व सहायक सूचना निदेशक डा. दशरथ प्रसाद यादव ने संगठित रहने पर जोर दिया।

कार्यक्रम को जिलाध्यक्ष पंकज सोनी, महामंत्री पुनीता ओझा, जगवीर ¨सह, विनोद उपाध्याय, सत्येंद्र ¨सह भोलू, कौशल किशोर श्रीवास्तव, कुलदीप ¨सह,डा. सत्यव्रत व संजय द्विवेदी ने संबोधित किया। कार्यक्रम में इमरान अली, प्रेमनाथ गौड़, काशी दूबे मौजूद रहे।

मजदूरों को बांटा गमछा व पीने का पानी

उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ ¨सह ने मजदूर दिवस को अलग अंदाज में मनाया। उन्होंने शहर के प्रमुख स्थलों पर रिक्शा चालकों को गमछा व पीने का पानी दिया। कहा कि श्रम का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने शास्त्री चौक, फौव्वारा तिराहा, महाराणा प्रताप चौक आदि स्थानों पर मजदूरों व रिक्शा चालकों से सीधा संवाद किया। सपा की कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की। अजीत ¨सह, राघवेंद्र ¨सह, अयाज अहमद, मोहम्मद स्वालेह वीर प्रताप ¨सह, कृष्णा यादव, मोहम्मद रफी, कन्हैया दूबे मौजूद रहे।


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