महिला अस्पताल से गायब हो गए 142 मरीज
बस्ती : मरीजों की ¨जदगी से किस कदर खिलवाड़ हो रहा है,यह जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। अच्छी एवं
बस्ती :
मरीजों की ¨जदगी से किस कदर खिलवाड़ हो रहा है,यह जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। अच्छी एवं सस्ती चिकित्सा उपलब्ध कराने के चक्कर में ग्रामीण क्षेत्रों से महिला अस्पताल में पहुंचने वाली मरीजों को गुमराह कर गायब करने का खेल चल रहा है। इन मरीजों की गेट से लेकर बेड तक दलालों की घेराबंदी होती है। चौंकाने वाली बात यह है कि बेड से बिना रेफर एवं डिस्चार्ज कराए मरीजों को गायब करने का खेल चल रहा है,लेकिन न तो पूछताछ और न ही कार्यवाही की गई है। शिकायत पर
जांच में यह मामला खुलने के बाद सनसनी फैल गई है। एक महीने में ही अस्पताल के बेड से 142 मरीज गायब हो चुके हैं। इस खेल में अस्पताल की चिकित्सक,नर्स और आशा कार्यकर्ता तक शामिल हैं। जांच में इसकी पुष्टि हो चुकी है। अब इनके खिलाफ कार्यवाही के लिए जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
महिला चिकित्सालय के रिकार्ड खंगालने पर जांच टीम ने पाया कि माह भर में 142 मरीजों को गायब किया गया है। इन मरीजों को कौन बेड से गुमराह कर नर्सिंग होमों में गायब कर रहा है? इस पर जब जांच की सुई घूमी तो जांच टीम के होश उड़ गए। इस पूरे खेल में कई विभागीय कर्मियों की संलिप्तता पाई गई है। इनके खिलाफ जांच टीम साक्ष्य संकलित कर रही है।
आशा बहू संगठन ने महिला चिकित्सालय में मरीजों को जबरन अस्पताल से निजी चिकित्सालय में पहुंचाने वाले गिरोह के कुछ लोगों के खिलाफ डीएम एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जेपी ¨सह से शिकायत दर्ज कराई। जांच शुरू हुई तो तमाम चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए। यह मरीज कहां चले गए? महिला चिकित्सालय ने इनकी कोई खोज खबर नहीं ली। यह क्रम लगातार चल रहा है।
होगी कार्यवाही
- मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जेपी ¨सह ने कहा कि चिकित्सालय से गायब होने वाले मरीजों के संबंध में गहराई से जांच की जा रही है। तमाम तथ्य खंगाले जा रहे हैं। जांच टीम रैकेट के सदस्यों की पहचान कर चुकी है। इन सभी के खिलाफ कार्यवाही होगी।
जांच में एकत्रित तथ्यों की पुष्टि कर रही टीम
जांच अधिकारी डा. सीएल कन्नौजिया बताते हैं कि जांच में यह उभर कर सामने आया है कि महिला चिकित्सालय में भर्ती 142 मरीजों गायब किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर तो बिना बताए रातों-रात कहीं चले गए जबकि कुछ को बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किया गया था,उनको भी दलालों ने निजी चिकित्सालय में पहुंचा दिया। कहते हैं कि जांच में यह भी संज्ञान में आया है कि दलालों के इस रैकेट को कुछ चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ का संरक्षण प्राप्त है। यह लोग प्रति मरीज निजी चिकित्सालयों से मोटी रकम ऐंठते हैं। इसी के चलते निजी चिकित्सालय मरीजों का शोषण करते हैं। जांच चल रही है। समय जरूर लगेगा, मगर कोई भी दोषी बचने नहीं पाएगा।
सरकारी चिकित्सालयों से मरीजों के गायब होने की बात गंभीर है। इसकी जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
एके दमेले ,जिलाधिकारी