निमाण कायों में खामियों पर बिफरीं प्रमुख सचिव,चेताया
बस्ती :यहां क्षेत्रीय क्रीड़ांगन में निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने गुरुवार को प्रमुख सचिव
बस्ती :यहां क्षेत्रीय क्रीड़ांगन में निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने गुरुवार को प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अनीता भटनागर पहुंची। स्टेडियम का सु²ढ़ीकरण व ¨सथेटिक बास्केटबाल कोर्ट के निर्माण सहित अन्य कार्यों में शिथिलता पाए जाने पर अधिकारियों को फटकार लगाई। चेताया कार्य गुणवत्तापरक ढंग से निर्धारित समय सीमा में पूरा नहीं होने पर कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्यवाही होगी।
प्रमुख सचिव ने खेल प्रशिक्षकों से खिलाड़ियों के लिए कराए जा रहे विभिन्न प्रतियोगिताओं व अन्य कार्यो की जानकारी ली। प्रशिक्षकों के गोलमोल जवाब से वह असंतुष्ट नजर आईं। कमियों को दूर करने और खिलाड़ियों को उचित मार्ग दर्शन एवं नेटफार्म उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
खेल राज्य मंत्री राम करन आर्य के गृह जनपद में प्रमुख सचिव अनीता भटनागर का यह पहला दौरा है। वह दोपहर बाद एक बजे क्रीड़ांगन में पहुंची। यहां वह स्टेडियम का कोना-कोना देखा। निर्माण कार्यों की हालत जानने के बाद मौके पर ही यूपीपीसीएल के प्रबंधक आरपी यादव व अवर अभियंता यूपीपीसीएल चंद्रजीत यादव को तलब कर उनकी क्लास लगाई।जाते समय तय समय पर कार्य पूरा करने की हिदायत भी दे गईं। प्रमुख सचिव ने बहुउद्देशीय हाल, निर्माणाधीन शौचालय तथा बाउंड्री बाल का कार्य देखा। उन्होंने खेल प्रशिक्षकों से खिलाड़ियों के स्किल टेस्ट के संबंध में जानकारी हासिल की, मगर प्रशिक्षक कोई भी जानकारी नहीं दे सके। इससे पूर्व निरीक्षण भवन में प्रभारी जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी सोबरन ¨सह, अपर जिलाधिकारी आरके ¨सह उनसे मिले। प्रमुख सचिव ने जिले के विकास पर चर्चा की और यहां युवा एवं खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी राम प्रसाद, क्रीड़ाधिकारी सुरेश बोनकर, जिला युवा कल्याण अधिकारी हरीश कुमार, के अलावा प्रशिक्षक प्रियंका ¨सह, हैंडबाल संघ के सचिव अजय श्रीवास्तव, व्यायाम प्रशिक्षक इंद्रजीत मौर्य, क्रिकेट प्रशिक्षक जितेंद्र पटेल, शिवशंकर यादव, रणधीर यादव, अशोक ¨सह, सुनील मिश्र, साहिल आदि मौजूद रहे।
बास्केटबाल कोर्ट के लिए दिया 77.22
क्षेत्रीय क्रीड़ांगन में चल रहे सु²ढ़ीकरण व मरम्मत के अलावा बास्केटबाल के ¨सथेटिक कोर्ट निर्माण के लिए स्वीकृत 127.22 लाख रुपये की धनराशि में से पचास लाख की पहली किश्त पूर्व में जारी की गई थी, लेकिन निर्माण अधूरा पाया गया। धन की कमी का मामला सामने आया,तो मौके पर प्रमुख सचिव ने अवशेष 77.22 लाख की दूसरी अवमुक्त करने का निर्देश दिया। इस धन को उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को कोषागार के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
इसकी पुष्टि करते हुए क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी सुरेश बोनकर ने भी की है।