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वृद्धावस्था पेंशन में फर्जीवाड़ा,एक ही ग्राम पंचायत में 30 अपात्र

बस्ती: वृद्धा वस्था पेंशन योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किए जाने की चर्चाओं से सबके कान खड़े हो

By Edited By: Published: Sat, 01 Aug 2015 10:13 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2015 10:13 PM (IST)
वृद्धावस्था पेंशन में फर्जीवाड़ा,एक ही ग्राम पंचायत में 30 अपात्र

बस्ती: वृद्धा वस्था पेंशन योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किए जाने की चर्चाओं से सबके कान खड़े हो गए हैं। एक ही ग्राम पंचायत में तीस अपात्र पाए जाने के बाद चयन सूची सवालों के घेरे में आ गई है।

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जिले में 1247 ग्राम पंचायतें हैं। एक में औसत रूप से दो-चार ही अपात्र पाए जाएं,तो यह संख्या हजारों में पहुंच जाएगी। यह योजना 60 साल से अधिक ऐसे वृद्धजनों के लिए है,जो असहाय एवं गरीब हैं तथा उनके जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं है।

जिले में 66 हजार को वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है। इस पर तिमाही 5.93 करोड़ रुपये व्यय हो रहा है। लाभार्थियों का हर साल सत्यापन कराया जाता है। इतने के बाद भी अपात्रों एवं मृतकों को पेंशन दिए जाने की शिकायतें आती रहती हैं।

सत्यापन में एक हजार मृत: वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों का एक बार फिर जिला स्तरीय अधिकारियों से सत्यापन कराया जा रहा है। अब तक 40 हजार की जांच कराई गई। इसमें 1060 मृत और पांच अपात्र पाए गए हैं।

शिकायत में खुली पोल: शिकायत के आधार पर सदर विकास क्षेत्र की ग्राम पंचायत हथिरजा में पेंशन लाभार्थियों की दो सदस्यीय अधिकारियों की टीम गठित कर जांच कराई गई। टीम में जिला समाज कल्याण अधिकारी और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी विकास शामिल रहे।

प्रधान समेत तीन दोषी : जांच समिति ने ग्राम पंचायत के तीनों राजस्व गांवों की वृद्धावस्था पेंशन सूची की जांच की। हथिरजा में 11,परसा डफाली में 9 और बहलोलवा में 10 अपात्र पाए गए हैं। इसके लिए तत्कालीन ग्राम प्रधान,सेक्रेटरी के अलावा पटल सहायक को दोषी ठहराते हुए इनके खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति की गई है।

अब इनकी सुनिए:जिला समाज कल्याण अधिकारी रण विजय सिंह ने कहा कि यह सही है ग्राम पंचायत हथिरजा में वृद्धावस्था पेंशन सूची की जांच की गई। 30 अपात्र पाए गए हैं। इसका यह मतलब कतई नहीं निकाला जाना चाहिए कि ऐसे ही सभी ग्राम पंचायतों में अपात्रों को पेंशन दी जा रही है। पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों की प्रत्येक वर्ष जांच कराई जाती है,जो अपात्र एवं मृतक पाए जाते हैं उनको सूची से बाहर कर दिया जाता है।

यह मामला गंभीर है। अपात्रों से धन की रिकबरी और प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसमें जो कर्मचारी एवं अधिकारी दोषी पाए जाएंगे,उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही होगी।

अनिल कुमार दमेले,जिलाधिकारी


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