पटेल और इंदिरा ने देश का भूगोल बिगड़ने से बचाया
जागरण संवाददाता,बस्ती: कांग्रेसियों ने शुक्रवार को पंडित नेहरू के मंत्रि मंडल में गृह मंत्री रहे
जागरण संवाददाता,बस्ती: कांग्रेसियों ने शुक्रवार को पंडित नेहरू के मंत्रि मंडल में गृह मंत्री रहे सरदार पटेल जयंती और इंदिरा गांधी का शहादत दिवस एक साथ मनाया। सभी ने एक स्वर में कहा कि दोनों नेताओं ने देश का भूगोल बिगड़ने से बचा लिया था।
जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपाध्यक्ष प्रेम शंकर द्विवेदी ने सरदार पटेल और इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया। कहा कि महापुरुष किसी जाति और दल के नहीं होते। उनकी दक्षता को सरहदों में नहीं बांधा जा सकता। इंदिरा के तल्ख तेवर से अमेरिका सिहर उठा था। और हिंद महासागर से उसे अपना सातवां बेड़ा वापस लेना पड़ा था। यह संयोग है कि 31 अक्टूबर को पटेल का जन्म दिन है तो ठीक उसी दिन इंदिरा गांधी का बलिदान दिवस।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राम जियावन, छोटेलाल तिवारी, नर्वदेश्वर शुक्ल सहित दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित करते हुए पटेल और इंदिरा की दृढ़ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में रामभवन शुक्ल, जगनरायण आर्य, सुरेंद्र मिश्र, गायत्री गुप्ता, रंजना सिंह, जय प्रकाश अग्रहरि, शिव प्रसाद चौधरी, विपिन राय, अजमतुल्लाह, विमला राठी, विनोद रानी अहूजा, शकुंतला देवी, रामनौकर शुक्ल, विनोद शुक्ल, कपिल देव यादव, पृथ्वी पाल, राम प्रकाश, डीसी पांडेय, अमर सिंह, राजदेव, श्रीराम पासवान, सोमनाथ पांडेय समेत तमाम कांग्रेसी उपस्थित रहे।
इसी क्रम में अखिल भारतीय चौरसिया महा सभा द्वारा जिला कार्यालय पर पटेल जयंती व इंदिरा गांधी के शहादत दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें युवक कांग्रेस के पूर्व महासचिव पवन कुमार चौरसिया ने महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शो पर प्रकाश डाला।
इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर पुराने टैक्सी स्टैंड स्थित कैंप कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने समारोह आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस नेता अरूण त्रिपाठी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने आजादी के बाद देश को एक नई ऊर्जा के साथ दुनिया के सामने खड़ा किया। इससे पूर्व कार्यकर्ताओं ने श्रीमती गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जहां पर बब्लू मिश्र, संजय, राम अनुज, हरिशंकर सिंह, परवेज खान, राम लखन प्रजापति, अरविंद सिंह, राम नरायन मौर्या, आनंद मोहन आदि मौजूद रहे।