काली कुआनों की नहीं सुधि
बस्ती : सरकार जहां एक तरफ नदियों को साफ सुथरा रखने के लिए तमाम कवायद कर रही है, वहीं जीवनदायिनी कुआन
बस्ती : सरकार जहां एक तरफ नदियों को साफ सुथरा रखने के लिए तमाम कवायद कर रही है, वहीं जीवनदायिनी कुआनों नदी का पानी जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते जहरीला हो रहा है।
कुआनों नदी बहराइच जनपद से निकल कर गोंडा, बस्ती, संतकबीर नगर होते हुए गोरखपुर क्षेत्र में घाघरा में जाकर मिलती है। इस पवित्र नदी के पानी को बार-बार मिलों द्वारा गंदा पानी व कचरा डालकर जहरीला बना दिया जाता है, जिससे क्षेत्र के पशु पालकों को जानवरों को सुरक्षित रखने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। नदी का पानी इस समय पूरी तरह से काला हो चुका है। एक दशक से गोंडा व बस्ती की मिलों द्वारा बार-बार कचरा छोड़े जाने से स्थिति भयावह हो रही है। इस बाबत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी डा. रवींद्र कुमार वर्मा का कहना है कि जब तक नदी का पानी प्रदूषित है तब तक इस नदी से लोगों को दूर ही रहना होगा।
पशु चिकित्साधिकारी डा. वीके श्रीवास्तव का कहना है कि पशुओं के लिए यह प्रदूषित पानी ज्यादा हानिकारक है ऐसे में पशु पालकों को पशुओं को नदी के पानी से दूर रखना होगा।