चेतावनी रैली में गरजे रोजगार सेवक
जागरण संवाददाता, बस्ती : गुरुवार को चेतावनी रैली में रोजगार सेवक सरकार की जनविरोधी नीतियों पर खूब बरसे। चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो 26 सितंबर को विधान सभा का घेराव करेंगे।
उप्र ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आयोजित चेतावनी रैली में जिले भर से रोजगार सेवक जुटे और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। सरकार पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया। समिति के पदाधिकारी जिलाधिकारी से मिले और मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्रक सौंपा जिसमें लंबित मानदेय सहित अन्य मांगों का जिक्र किया गया है।
कलेक्ट्रेट में आयोजित चेतावनी रैली रैली में ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि सरकार ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो 26 सितंबर को पूरे प्रदेश से रोजगार सेवक सुबह दस बजे चारबाग स्टेशन के सामने पहुंचेंगे और जुलूस की शक्ल में विधानसभा पहुंच कर घेराव एवं प्रदर्शन करेंगे। जरूरत पड़ी तो वहीं भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।
प्रांतीय सदस्य अमित किशोर यादव ने कहा भारत सरकार ने रोजगार सेवकों को राज्य कर्मचारी माना है। अब प्रदेश सरकार चाहे तो स्वयं के संसाधन से राज्यकर्मियों के बराबर भुगतान कर सकती है। विधान सभा चुनाव में इस संबंध में सपा प्रमुख ने वायदे भी किए, लेकिन सत्ता में आए तो भूल गए। नतीजा यह हुआ लोक सभा चुनाव में परिवार तक सिमट कर रह गए।
कार्यक्रम को मंडल अध्यक्ष इंद्रजीत शर्मा प्रेरक जन कल्याण एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष नागेंद्र शुक्ल, शत्रुहंता यादव, श्याम करन यादव, राजेंद्र चौधरी और संजीत सिंह आदि ने संबोधित किया।