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युवक की पिटाई पर चक्का जाम

By Edited By: Published: Mon, 18 Aug 2014 10:22 PM (IST)Updated: Mon, 18 Aug 2014 10:22 PM (IST)
युवक की पिटाई पर चक्का जाम

जागरण संवाददाता, बस्ती : यदि रात में आप अकेले कहीं से आते मिल गए तो कब पुलिस की बेरहमी का शिकार हो जाएंगे कहा नहीं जा सकता। पुलिस आपको पीटेगी और उसके बाद लाकअप में बंद कर देगी, अगली सुबह बिना किसी लिखापढ़ी के रिहा कर देगी। कोतवाली थाना क्षेत्र के पचपेड़िया मार्ग पर रविवार रात कुछ ऐसा ही हुआ। पुलिस ने एक युवक को रास्ते से उठा लिया और बाद में उसकी जमकर पिटाई की और रात भर लाकप में बंद रखा। इससे नाराज लोगों ने सोमवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे पचपेड़िया मार्ग जाम कर दिया। करीब घंटे भर बाद यातायात सामान्य हुआ।

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यह है मामला

कोतवाली थाना क्षेत्र के संतपुर गदहाखोर के प्रमोद तिवारी रविवार की रात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद प्रसाद लेकर अपने घर जा रहे थे। गदहाखोर मार्ग पर पहुंचे ही थे तभी दो पुलिस कर्मी वाहन से पहुंचे और गाड़ी में बैठाकर कोतवाली लेते गए। यहां पर प्रमोद तिवारी की जमकर पिटाई की, जिससे उनके हाथ, पैर के साथ अन्य अंगों पर चोटें आईं। पिटाई के बाद प्रमोद को रात भर कोतवाली में बंद रखा गया। सुबह परिजनों व अन्य के पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया।

ठप रहा यातायात

पिटाई से नाराज सैकड़ों लोगों ने सोमवार की सुबह पचपेडि़या मार्ग पर स्थित पुलिया के पास परिवहन निगम की बस को रोककर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। घंटा भर चले हंगामे के बाद भी मौके पर कोई पुलिसकर्मी नही पहुंचा। बाद में जाम में फंसे राहगीरों की मिन्नतों के बाद लोगों ने रास्ता खाली किया।

सबकुछ सामान्य होने के बाद पहुंचे कोतवाल

एक घंटे तक चले हंगामे के दौरान कई लोगों ने पुलिस के साथ अन्य जिम्मेदारों से यातायात सामान्य कराने की गुजारिश की लेकिन जब पुलिस को पता चला कि यह जाम एक व्यक्ति की पिटाई की नाराजगी से लगा है तो लोग शांत हो गए। जाम खत्म होने के पंद्रह मिनट बाद चीता पुलिस, कई पुलिस चौकी इंचार्ज सहित कोतवाल मय फोर्स मौके पर पहुंचे और जायजा लेकर लौट आए।

दोषी पर होगी कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस को किसी की पिटाई करने का अधिकार नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो मामले की जांच करा कर दोषी पर कार्रवाई होगी। पुलिस का काम कानून व्यवस्था बनाना है, बिगाड़ना नहीं।

पुलिस की पिटाई से घायल प्रमोद तिवारी ने बताया कि सोमवार को दोपहर बाद अपना चिकित्सकीय परीक्षण कराने जिला अस्तपाल गए, लेकिन डाक्टरों ने परीक्षण करने से मना कर दिया क्योंकि न तो उनके साथ पुलिस थी और न तो प्रशासन का पत्र। कहा कि मंगलवार को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मिलकर संबंधित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।


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