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बेटे ने पिता को गोली से उड़ाया

By Edited By: Published: Tue, 22 Apr 2014 11:17 PM (IST)Updated: Tue, 22 Apr 2014 11:17 PM (IST)
बेटे ने पिता को गोली से उड़ाया

जागरण संवाददाता, बरेली : पिता-पुत्र के बीच शुरू हुई मामूली कहासुनी ने खूनी रूप ले लिया। गुस्साए बेटे ने घर से चंद कदम दूर तमंचे से गोली मारकर पिता को मौत के घाट उतार दिया और भाग निकला। फायर की आवाज होते ही ग्रामीण व परिजन मदद को दौड़े लेकिन तब तक बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी। मौके पर आई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हालांकि, अभी पूरी तरह से हत्या के कारण स्पष्ट नहीं हैं।

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सुभाषनगर थाने के महेशपुर ठाकुरान गांव निवासी रमेश पाल सिंह (52) किसान थे। परिवार में पत्नी उर्मिला देवी व पांच लड़के राजू उर्फ राजेश, सर्वेश, प्रदीप, उपेंद्र व भुवनेश हैं। मजदूरी करने वाला राजू शादीशुदा है। उसके दो बच्चे भी हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शाम से ही राजू नशे की हालत में था। पिता रमेश ने उसे शराब पीने से रोका तो वह उनसे भिड़ गया। दोनों के बीच जमकर कहासुनी हुई। इसके बाद गुस्से से भरे राजू ने तमंचे से रमेश को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

उधर, सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पूछताछ करनी शुरू की तो परिजनों ने चुप्पी साध ली। कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ। सिर्फ इतना कह रहे हैं कि रमेश को शायद राजू ने गोली मारी है।

अक्सर होता था झगड़ा

ग्रामीणों की मानें तो पिता-पुत्र के बीच अक्सर झगड़ा होता था। इसकी वजह मकान में हिस्सेदारी भी थी। पूरा परिवार एक ही मकान में रहता था, लेकिन सभी की चूल्हे अलग थे। ग्रामीणों की मानें तो राजू मकान में हिस्सा भी मांग रहा था।

शराब का लती था

ग्रामीण बताते हैं, राजू शराब का लती था। वह रोजाना शराब के नशे में धुत होकर घर आता और अभद्र भाषा का प्रयोग करता। जब पिता उसे शराब छोड़ने के लिए कहते तो वह उन पर भी हाथ उठा देता था।

राजू के पास तमंचा कहां से आया?

दिन रात मजदूरी करके राजू दो वक्त की रोटी जुटाता था। ऐसे में उसके पास तमंचा कहां से आया, परिजन खुद हैरान हैं। पुलिस पता लगा रही है कि राजू का किन-किन लोगों के साथ उठना-बैठना था। फिलहाल पुलिस उसके दो भाइयों को पूछताछ के लिए थाने ले आई है।

घटनास्थल पर बिखरा था खून

जिस स्थान पर रमेश को गोली मारी गई, वहां पर हर तरफ खून फैला हुआ था, जो घटना की भयावहता को बयां कर रहा था। मौके पर आई पुलिस ने खून पर मिंट्टी डलवाई।

अस्पताल भी नहीं गए परिजन

घटना के बाद रमेश के शव को एक निजी अस्पताल भेज दिया गया। वहां देर रात तक कोई भी परिजन नहीं पहुंचा। घटनास्थल पर मौजूद परिजनों का कहना था कि पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। ऐसे में वहां रुकने का क्या फायदा।

वर्जन-----

रमेश ने बेटे राजू को शराब पीने से रोका था, इसी को लेकर दोनों में विवाद हुआ और राजू ने उन्हें गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। आरोपी की तलाश की जा रही है।

- राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी


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