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Indo-Nepal Border पर बढ़ाई चौकसी, नोमेंस लैंड पर निर्माण मामले की गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट

भारत और नेपाल सीमा पर नोमेंस लैंड पर नेपालियों के अचानक सड़क निर्माण करने के प्रयास को लेकर सर्तक हुए पीलीभीत प्रशासन ने अपनी कवायद शुरू कर दी है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 04:00 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 08:09 AM (IST)
Indo-Nepal Border पर बढ़ाई चौकसी, नोमेंस लैंड पर निर्माण मामले की गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट
Indo-Nepal Border पर बढ़ाई चौकसी, नोमेंस लैंड पर निर्माण मामले की गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट

पीलीभीत, जेएनएन। भारत और नेपाल सीमा पर नोमेंस लैंड पर नेपालियों के अचानक सड़क निर्माण करने के प्रयास को लेकर सर्तक हुए पीलीभीत प्रशासन ने अपनी कवायद शुरू कर दी है। जिसके चलते उत्पन्न हुए हालातों को लेकर जिला प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृहमंत्रालय को भेज दी है। इसके अलावा मामले में दोनों देशों के अधिकारियों की मीटिंग बुलाए जाने की भी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि बार्डर एरिया में स्थिति पूरी तरह सामान्य बताई जा रही है। लेकिन सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), वन विभाग तथा सिविल पुलिस की ओर से चौकसी बढ़ा दी गई है।

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पूरनपुर तहसील के थाना हजारा क्षेत्र के गांव टिल्ला नंबर चार और टाटरगंज के बीच सीमा के नोमेंस लैंड पर अंतरराष्ट्रीय पिलर संख्या 38 व 39 के बीच रविवार की सुबह नेपालियों ने अचानक मिट्टी आदि डालकर सड़क का निर्माण करना शुरू कर दिया था। इसकी जानकारी होने पर सीमा पर तैनात 49 वीं वाहिनी एसएसबी के अधिकारियों की तरफ से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दी गई थी। जिसपर डीएम वैभव श्रीवास्ताव, एसपी जयप्रकाश सिंह अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे थे।

निर्माण कार्य बंद कराकर उन्होंने नेपाल के जिला कंचनपुर के मुख्य विकास अधिकारी से वार्ता कर बैठक करने की बात कही थी। मौके पर नेपाल के एपीएफ के अधिकारियों से वार्ता की थी थी। अधिकारियों के निर्देश के बाद बार्डर पर चौकसी और बढ़ा दी गई है। एसएसबी जवान बेहद अलर्ट होकर सीमा पर पूरी मुस्तैदी के साथ पेट्रोलिंग कर रहे हैं। हालांकि निर्माण कार्य बंद होने के बाद से वहां स्थिति पूरी सामान्य है। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि जवान वहां पेट्रोलिंग कर रहे हैं।

जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले पर तीन चार दिन के भीतर दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक आयोजित करने के लिए भी लगातार संपर्क किया जा रहा है। बार्डर की गतिविधियों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की बाबत केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पिछले वर्ष भी हुआ था विवाद

नेपाल के जिस पचवी गांव के पास नोमैंस लैंड में सड़क का निर्माण किया जा रहा था वहां पिछले वर्ष भी काम को अंजाम देने की कोशिश की गई थी लेकिन सीमा पर पूरी सजगता के साथ मुस्तैद एसएसबी जवानों की सूचना पर अधिकारियों ने वहां पहुंचकर काम रूकवा दिया था। पिछले एक वर्ष से यह काम बंद है। नेपालियों द्वारा पांच जून की सुबह अचानक फिर से सड़क निर्माण करने से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बेहद गंभीर हुए और तत्काल फिर मौके पर पहुंचकर काम को रूकवा दिया। साथ ही दोनों देशों के अधिकारियों के बीच वार्ता होने के बाद ही निर्माण कार्य करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

पांच माह पहले क्षतिग्रस्त हो चुका है पिलर

हजारा क्षेत्र के गांव टाटरगंज में करीब पांच माह पहले भारत के सीमा पर लगे अंतर्राराष्ट्रीय पिलर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हालांकि नेपाल के लोग भारत और भारत के लोग नेपालियों पर पिलर तोड़ने के आरोप लगा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात पर रिपोर्ट भी दर्ज की थी। सीमा पर इससे पहले भी कई बार नोमेंस लैंड पर कब्जे को लेकर विवाद हो चुका है।

एसएसबी की सीमा पर 14 चौकियां

नेपाल बार्डर पर एसएसबी 49 वीं वाहिनी पीलीभीत की 14 चौकियां स्थापित है। इन चौकियों में सिघाड़ा उर्फ टाटरगंज, कम्बोजनगर, टिल्ला नंबर चार, शारदापुरी, कमलापुरी, बड़ा मजरा, बसही, आजादनगर, नौजल्हा नकटहा, नगरिया कट, चूका कोठी, लग्गा भग्गा शामिल हैं।


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