जनहित गारंटी को जागर ने जगाई अलख
जागरण संवाददाता, बरेली: सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते-काटते आजिज आ चुके लोगों को उनके अधिकारों के प्
जागरण संवाददाता, बरेली: सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते-काटते आजिज आ चुके लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए स्वंय सेवी संस्था जागर ने मुहिम छेड़ दी है। संस्था के सदस्य शिविर लगाकर लोगों में जनहित गारंटी कानून की अलख जगा रहे हैं।
सदर तहसील के अंदर तहसील दिवस की भीड़ थी और बाहर जागर के दर्जनों कार्यकर्ता। लोग अफसरों के आगे बार-बार शिकायत दर्ज करने के बावजूद कार्रवाई न होने का रोना रो कर बाहर निकल रहे थे। जागर के कार्यकर्ता उन्हें गिड़गिड़ाने के बजाय अधिकारों के प्रति जागरूक बनने की प्रेरणा दे रहे थे। जनहित गारंटी अधिनियम की जानकारी देकर लोगों को बता रहे थे कि तय समय किसी प्रमाण पत्र के लिए किए गए आवेदन का जवाब न देने पर वह इसकी शिकायत कहां दर्ज करा सकते हैं और कानून के जरिए कैसे अधिकार हासिल कर सकते हैं।
जागर के डॉ. प्रदीप ने लोगों को बताया कि तय समय पर प्रमाण पत्र या खसरा खतौनी की नकल न देने वाले अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ वह उच्च अधिकारियों के यहां लिखित में अपील दर्ज कराएं। जनहित गारंटी कानून के मुताबिक तय समय में काम न करने वाले अफसर कर्मचारी को पांच हजार रुपये तक का जुर्माना देना पड़ेगा। उन्होंने लोगों को जनहित गारंटी कानून के बारे में जानकारी देने वाले पर्चे भी बांटे। इस दौरान गजेंद्र पांडेय, हरीश भल्ला, सुरेश, नवीन चोपड़ा, शिशुपाल, नजमुल रहमान, डॉ. ज्ञानदेव शर्मा, नीरज संघर्षी और कृष्णपाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे।