जागरण विशेष : अब नए मानचित्र से पढे़ंगे बच्चे, जानेंगे क्षेत्रफल का नया गणित Bareilly News
नए मानचित्र में 28 राज्यों और नौ केंद्र शासित प्रदेशों को दर्शाया गया है। नक्शे में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के हिस्सों को भी जम्मू-कश्मीर का हिस्सा बताया गया है।
जेएनएन, बरेली : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जारी हुए नए मानचित्र से ही अब देशभर के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई होगी। इस नए मानचित्र में 28 राज्यों और नौ केंद्र शासित प्रदेशों को दर्शाया गया है। नक्शे में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के हिस्सों को भी जम्मू-कश्मीर का हिस्सा बताया गया है। शिक्षण संस्थानों में इसे लागू करने की प्रक्रिया विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, सीबीएसई और सीआइएससीई ने शुरू कर दी है।
दर्शाया J&K के पूर्ववर्ती राज्यों का विभाजन: नए मानचित्र में जम्मू-कश्मीर के पूर्ववर्ती राज्य के विभाजन को भी दर्शाया गया है। मतलब पीओके के तीन जिलों मुजफ्फराबाद, पुंछ और मीरपुर को शामिल किया गया है। लद्दाख में दो जिले कारगिल और लेह भी शामिल हैं। जबकि केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर प्रदेश में 20 जिले शामिल किए गए हैं।
इन क्षेत्रों के शामिल होने से बदला नक्शा: मानचित्र में कारगिल के वर्तमान क्षेत्र को छोड़कर लेह जिले के गिलगिट, गिलगित वजारत, चिलास, जनजातीय क्षेत्रों को लेह और लद्दाख में शामिल किया गया है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. राजेश प्रकाश ने बताया कि केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार अब नए मानचित्र से ही शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई होगी। इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
क्षेत्रफल के हिसाब से लेह देश का बड़ा राज्य: केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश के मानचित्र में 20 जिले शामिल हैं। इसमें मुजफ्फराबाद, मीरपुर और पुंछ के वे क्षेत्र शामिल हैं, जो पीओकेके अधीन हैं। इसके अलावा लद्दाख में केवल दो जिले ही हैं। एक लेह और दूसरा कारगिल। हालांकि क्षेत्रफल के हिसाब से अब यह देश का सबसे बड़ा राज्य हो गया है।