बेटी बचाने सड़क पर उतरा सैलाब
जागरण संवाददाता, बरेली : बेटियों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद शहर के लोग सोमवार की रात को सड़कों पर उत
जागरण संवाददाता, बरेली : बेटियों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद शहर के लोग सोमवार की रात को सड़कों पर उतर आए। चिकित्सक, अधिवक्ता, राजनीतिक हस्तियों के साथ आमजन हाथ में मोमबत्तियां लेकर हक मांगने लगे। प्रियांगी मामले का हवाला दिया। कहा कि बेटियों के साथ वारदातें नहीं रुक रहीं। पुलिस का रवैया ठीक नहीं है।
शास्त्रीनगर की बीएड छात्रा प्रियांगी की हत्या ने पूरे शहर को जन आंदोलन करने को मजबूर कर दिया। इसकी बानगी सोमवार शाम डीडीपुरम चौराहा स्थित शहीदी स्मारक पर नजर आई। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि प्रियांगी प्रकरण में पुलिस ने साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास किया। जब वह गायब हुई तब मामले को गंभीरता से नहीं लिया। शव बरामद होने के बाद भी आरोपी से घटना नहीं उगलवाना पुलिस पर सवाल खड़े करता है। आखिर कब तक प्रियांगी हत्याकांड जैसी वारदातें होती रहेंगी। शहीद चौक पर सैकड़ों लोगों ने पहले प्रियांगी को श्रद्धांजलि दी फिर सूद धर्मकांटे तक कैंडिल लाइट मार्च निकाला।
मिलना चाहिए पिता को न्याय
रूहेलखंड विजन के डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी ने बताया कि यह मार्च दो मांगों को लेकर निकाला गया। पहली मांग न्याय के लिए दस दिन से लड़ रहे अभागे पिता राजेश गंगवार को न्याय दिलाने की रही। दूसरी शहर की सभी स्कूल, कॉलेज या ऑफिस जाने वाली महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा की रही। शहर में ऐसा वातावरण बने, कि कोई भी हमारी बहनों और बेटियों पर गलत निगाह न डाल सके। उनके मन में सुरक्षा का भाव आ सके। शोहदों में पुलिस का कानून का डर कायम हो सके।
बेटियों की सुरक्षा का हो बंदोबस्त
प्रियांगी हत्याकांड के बाद शुरू हुए जन आंदोलन में हिस्सा लेने वाले भाजपा महानगर महामंत्री अधीर सक्सेना का कहना है कि बहू-बेटियों की सुरक्षा का पुलिस बंदोबस्त करे। शहर में शोहदों का आतंक है। आए दिन राह चलते मनचले छेड़छाड़ करते हैं। पुलिस ऐसा माहौल बनाए कि इस तरह की घटनाएं न हो सके। प्रियांगी मामले में कड़ी सजा मिले, जिससे भविष्य में किसी बेटी के साथ इस तरह का सलूक न हो सके।
बिगड़ रही है राजेश की तबीयत
डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी ने बताया कि अनशन पर बैठे राजेश गंगवार की तबीयत लगातार खराब हो रही है। सोमवार दिन में किए गए स्वास्थ्य परीक्षण में उनके शरीर में ग्लूकोज का स्तर काफी कम पाया गया है, जिससे उनका शरीर काफी कमजोर होता जा रहा है, लेकिन पुलिस कड़ी कार्रवाई से गुरेज कर रही है। ऐसे में यदि कोई अनहोनी होती है, तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी।
यह संस्थाएं रही मौजूद
श्रद्धांजलि सभा और कैंडिल लाइट मार्च में आइएमए अध्यक्ष डॉ. रवि खन्ना भी मौजूद रहे। उनके साथ आइएमए कार्यकारिणी के कई सदस्य और डॉक्टर मौजूद रहे। इसके अलावा मार्च में भाजपा, भाजयुमो के पदाधिकारी, बार एसोसिएशन, जागर, युवा लोधी महासभा, विश्व ¨हदू परिषद, युवा शक्ति मंच, विकल्प, वरिष्ठ नागरिक समिति, जय दुर्गा कल्याण सेवा समिति, अखिल विद्यार्थी परिषद, शिवसेना, बजरंग दल, नाथनगरी, इंडिया अगेंस्ट करप्शन, नरेंद्र मोदी आर्मी, नव दुर्गा वाहिनी, गुलाबी गैंग, नागरिक समन्वय मंच, आम आदमी पार्टी, अन्ना फैंस एसोसिएशन, भारतीय ¨हद एकता दल, युवा शक्ति मोर्चा आदि संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
शहर के लोगों ने भी दी श्रद्धांजलि
कैंडिल लाइट मार्च से पहले शहीद चौक पर हुई श्रद्धांजलि सभा में शहर के कई लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें भाजपा नेता गुलशन आनंद, अधीर सक्सेना, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. विमल भारद्वाज, लाल बहादुर गंगवार, अनिल कुमार एडवोकेट समेत सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
अनशन स्थल पर पहुंच बंधाया ढांढस
शास्त्री नगर में निवास पर ही अनशन पर बैठे राजेश गंगवार के समर्थन में सोमवार को भी कई संगठन के पदाधिकारी पहुंचे। सभी ने उन्हें ढांढस बंधाने के साथ ही उनके नेक मकसद को अंजाम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुधीश पांडेय, शिव प्रताप सिंह, धर्मविजय गंगवार आदि ने राजेश का हाल जाना। फिर युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने कैंडिल लाइट मार्च में भी हिस्सा लिया। दिन में उप्र जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गंगवार के नेतृत्व में शिक्षक अनशन स्थल पर पहुंचे, जिसमें ज्ञानेन्द्र आर्य, राजपाल गंगवार, शाहिद खां आदि मौजूद रहे।