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बरेली एसएसपी ने फरमाईश पूरी करने वाली 'भाभी' की गिरफ्तारी में 'देवरों' को लगाया, जाने क्या है मामला

शहर में सालों से चल रहा सट्टा कारोबार का भंडाफोड़ करने के बाद जागरण की मुहिम पर एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने संज्ञान लिया।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 05:48 PM (IST)
बरेली एसएसपी ने फरमाईश पूरी करने वाली 'भाभी' की गिरफ्तारी में 'देवरों' को लगाया, जाने क्या है मामला
बरेली एसएसपी ने फरमाईश पूरी करने वाली 'भाभी' की गिरफ्तारी में 'देवरों' को लगाया, जाने क्या है मामला

बरेली, जेएनएन। शहर में सालों से चल रहा सट्टा कारोबार का भंडाफोड़ करने के बाद जागरण की मुहिम पर एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने संज्ञान लिया। पिछले पांच दिन में पुलिस ने दो दर्जन अधिक सटोरियों व जुआरियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे धकेल दिया। शुक्रवार को बड़ी कामयाबी तब मिली जब 30 साल के सट्टा कारोबार में पुलिस ने सट्टा माफिया शब्बन उर्फ अहमद निवासी शाहबाद को गिरफ्तार किया। शब्बन पर करीब 14 मुकदमे हैैं। लगे हाथ पुलिस ने दूसरी बार भूड़ के सट्टा खाईवाड़ इरफान मुल्ला को भी गिरफ्तार किया। इस पर 25 से अधिक मुकदमे दर्ज हैैं।

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दोनों पर पहली बार गैंगेस्टर की कार्रवाई के साथ 15-15 हजार का इनाम घोषित किया गया था। घर में आराम से रहते थे। इनामी पुलिस ने दोनों पर गैंगेस्टर पर 15-15 हजार का इनाम जरूर रख दिया लेकिन उनका रसूख इतना था कि उनपर हाथ डालने से पुलिस भी कतरा रही थी। लोगों की माने तो गैंगेस्टर व इनामिया होने के बाद भी दोनों घर से भागे नहीं थे। और घर से ही पूरा कारोबार चला रहे थे। मामले की जानकारी एसएसपी को हुई तो उनकी सख्ती और तेवर के बाद पुलिस को कार्रवाई का डर सताया तो आनन-फानन में दोनों गिरफ्तार कर लिए गए।

खाकी थी उनकी शुभचिंतक बता दें कि सब्बन पर 14 मुकदमे और इरफान मुल्ला पर पर 25 मुकदमे दर्ज हुए। वह भी सिर्फ अधिकारियों की सख्ती की वजह से। प्रेमनगर पुलिस ने मुकदमे तो दर्ज किए लेकिन एक ही बार सिर्फ इरफान को गिरफ्तार किया। वह भी तत्कालीन एसएसपी कलानिधि नैथानी के दबाव पर। सट्टा ङ्क्षकग बेदी ने बरेली में जमाए दोबारा पैर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, राजस्थान व दिल्ली आदि दूसरे राज्यों में सट्टे का कारोबार करने वाले शाहजहांपुर के सट्टा किंग बेदी ने बरेली में एक बार फिर नजरें गड़ा दी है।

कुछ महीने पहले ही बेदी बरेली आया और उसने शहर के कारोबार करने वाले खाईबाड़ों से मुलाकात कर अपने लिए काम शुरू कराया। दो साल पहले बेदी की आइजी एसके भगत ने गिरफ्तारी कराई थी। देवरों की गर्दन फंसी तो भाभी की शुरू की तलाश शहर में महिला सट्टा ङ्क्षकग दारा सट्टे का बड़ा कारोबार किया जा रहा है। वसूली करने वाले कुछ पुलिसकर्मियों लिए सट्टा ङ्क्षकग महिला भाभी के नाम से जानी जाती है। देवरों की कोई भी फरमाइश हो एक आवाज लगाने पर भाभी पूरी कर देती थी। एसएसपी को इस बात का पता चला तो उन्होंने उन देवरों को ही भाभी की गिरफ्तारी के लिए लगा दिया है।

डीआइजी से मिले किला इंस्पेक्टर किला में सट्टे का बड़ा कारोबार सामने और कुछ पुलिसकर्मियों के नपने के बाद इंस्पेक्टर शनिवार को डीआइजी के यहां पहुंचे और अपनी सफाई पेश की। छोटों पर कार्रवाई, बड़ों पर रहम किला थाने के स्टॉफ ने कार्रवाई से परेशान है। उनका कहना है कि सटोरियों से सभी वसूली करते थे। जांच उन्हीं को दी गई जिन पर आंच थी। सिर्फ कार्रवाई दिखाने के लिए उन्हें निपटा दिया गया। अगर जितेंद्र के नंबर चेक होते तो कई पुलिसकर्मी फंसते।

सटोरियों व जुआरियों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। एसएसपी ने खुद इसकी कमान संंभाल रखी है। बड़ी संख्या में सटोरिए जेल भेजे गए हैं। राजेश पाण्डेय, डीआइजी

सीबीगंज में सात सटोरिये गिरफ्तार एसएसपी के सख्त रुख के चलते स्थानीय पुलिस ने भी अपने इलाके में चल रहे सट्टे पर कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी के निर्देश पर शुक्रवार रात बंडिया गांव में एक घर में छापा मारकर पुलिस ने सात लोगों को सट्टा लगाते पकड़ा है। पुलिस ने यह सट्टा सलीम के यहां पकड़ा है। पुलिस ने यहां से अब्दुल हमीद, असीम, जुल्फिकार, रूपचंद, महेंद्र पाल, राशिद, नाजिम को गिरफ्तार कर लिया। जबकि सलीम फरार हो गया। पुलिस को इनके पास से बीस हजार रुपये नगद सट्टे की पर्चियां चार मोबाइल फोन व डायरी बरामद की गई है। पुलिस ने सभी का चालान कर दिया।


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