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हड़ताल से दो सौ करोड़ की बैंकिंग प्रभावित

जागरण संवाददाता, बरेली : राष्ट्रीय बैंकों के कर्मचारियों ने केंद्रीय आह्वान पर मंगलवार को की गई हड़ता

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 08:09 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 08:09 PM (IST)
हड़ताल से दो सौ करोड़ की बैंकिंग प्रभावित
हड़ताल से दो सौ करोड़ की बैंकिंग प्रभावित

जागरण संवाददाता, बरेली : राष्ट्रीय बैंकों के कर्मचारियों ने केंद्रीय आह्वान पर मंगलवार को की गई हड़ताल से जिले में करीब 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। जिले में संचालित करीब 19 राष्ट्रीयकृत बैंक की करीब 200 शाखाओं से पांच हजार कर्मचारियों ने कार्य नहीं किया। इससे जमा और चेक क्लियरिंग कार्य बाधित रहे। बैंक कर्मियों ने स्टेट बैंक के सिविल लाइंस स्थित प्रशासनिक कार्यालय परिसर में प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आक्रोशित कर्मचारियों ने फाइव डे वीक और नोटबंदी के दौरान उन लोगों को ओवरटाइम का भुगतान दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

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यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले हड़ताल की गई। प्रदर्शन के दौरान यूनियन अध्यक्ष सुनील मित्तल ने कहा कि सरकार आउटसोर्सिग की नीतियां बैंकों पर थोप रही हैं। इस नीति का विरोध व्यापक स्तर से किया जाएगा। संयोजक दिनेश सक्सेना ने कहा कि केंद्र सरकार के विरोधी रवैए की वजह से बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल की है। एनएल टंडन ने कहा कि फाइव डे वीक मांग को पूरा कराए बिना बैंक कर्मी नहीं मानेंगे। संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि बैंक कर्मियों की कमी के बावजूद सरकार भर्ती नहीं कर रही है।

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इनकी रही सहभागिता

बैंक कर्मियों की हड़ताल और प्रदर्शन को सफल बनाने में अरविंद रस्तोगी, ओपी बडेरा, अजित माथुर, पीपी सिंह, पंकज शर्मा, राकेश शर्मा, बी सिंह, डीएन पाराशरी, नावेंद्र, राजीव अग्रवाल, अविनाश, पुष्पेंद्र माहेश्वरी, अरुण कुमार, रवि आनंद, चरन सिंह यादव, लईक अहमद, रमीज, नीरज जलोटा, आदेश कुमार, मुकेश यादव, कौशल सक्सेना आदि की सहभागिता रही।

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बैंक कर्मियों की प्रमुख मांगे

1- फाइव डे वीक बैंकिंग की मांग।

2- नोटबंदी के दौरान अतिरिक्त कार्य करने पर ओवरटाइम देने की मांग।

3- अधिवर्षिता लाभों में सुधार कर आयकर मे पूरी छूट देने की मांग।

4- अनुकंपा आधार पर नियुक्ति योजना का उचित क्रियान्वयन।

5- खराब ऋणों की वसूली की मांग।

6- जन विरोधी बैंकिंग तथा श्रम सुधार का विरोध।

7- स्थाई कार्याें में आउटसोर्सिग का विरोध।


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