स्मार्ट सिटी में इलाज भी होगा स्मार्ट
फोटो-फाइल -सहूलियत -स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बनाने वाली निजी एजेंसी स्मार्ट मेडिकल एप बनाने में
फोटो-फाइल
-सहूलियत
-स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बनाने वाली निजी एजेंसी स्मार्ट मेडिकल एप बनाने में जुटी
-एप पर डॉक्टरों को मिलेगी पेशेंट हिस्ट्री, मरीजों को अस्पताल का डाटा
एक्सक्लूसिव न्यूज
साजिद रजा खां, बरेली : स्मार्ट सिटी के बाशिंदों को इलाज भी स्मार्ट ढंग से मिलेगा। इसके लिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बनाने वाली निजी एजेंसी दाराशा स्मार्ट मेडिकल एप बनाने में जुट गई है। स्मार्ट मेडिकल एप शहर के लोगों और अस्पताल के सहयोग से तैयार होगा। एप में शहर के हर मरीज का नाम, उम्र, ब्लड ग्रुप, बीमारी और किन दवाओं से बीमारी दूर हुई आदि हिस्ट्री दर्ज की जाएगी, तो वहीं अस्पतालों के नाम, लोकेशन, स्पेशलिस्ट डॉक्टर, फोन नंबर आदि भी फीड होगा। मरीजों को स्मार्ट मेडिकल एप खोलने पर स्पेशलिस्ट डॉक्टर, मरीज, पास के अस्पताल और अस्पताल की सुविधाओं की जानकारी मिलेगी, तो वहीं डॉक्टर एक पल में पेशेंट हिस्ट्री जान सकेंगे। महापौर डॉ. आइएस तोमर स्मार्ट मेडिकल एप बनाने को हरी झंडी दे चुके हैं। एप बनाने में निजी एजेंसी का डॉक्टर सहयोग करें, इसके लिए महापौर की मौजूदगी में निजी एजेंसी और आइएमए टीम की जल्द मीटिंग कराई जाएगी।
बचेगी फिजूलखर्ची, तुरंत पकड़ेंगे रोग
स्मार्ट मेडिकल एप से मरीजों की फिजूलखर्ची बचेगी। हर डॉक्टर मरीजों का रोग पकड़ने के लिए तमाम तरह की जांच, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड कराते हैं लेकिन एप पर पेशेंट हिस्ट्री मिलने से पुरानी बीमारियों की जानकारी डॉक्टर को तुरंत मिल जाएगी। बीमारी किन दवाओं से दूर हुई थी। उन दवाओं को दोबारा चलाकर मरीज को सेहतमंद किया जा सकेगा।
खुद भी कर सकेंगे इलाज
स्मार्ट मेडिकल एप पर बीमारियों की जानकारी दी जाएगी। इसमें बीमारी होने के कारण, बचाव और उपचार के तरीके भी बताए जाएंगे। इनको अपनाकर मरीज खुद भी इलाज कर सकेंगे।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 25 मार्च को होगा जमा
देश के सौ शहर स्मार्ट सिटी बनाए जा रहे हैं। इसका थर्ड राउंड चल रहा है। बरेली को स्मार्ट सिटी में शामिल कराने के लिए निजी एजेंसी दाराशा काफी तेजी से प्रोजेक्ट बना रही है। यह प्रोजेक्ट 25 मार्च तक जमा किया जाएगा। स्मार्ट सिटी 1840 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी। इसके लिए सिविल लाइंस का इलाका चुना गया है लेकिन शहर के हर इंसान को स्मार्ट सिटी की सुविधाएं दी जाएंगी।
-वर्जन
बरेली मेडिकल हब है। इसलिए स्मार्ट मेडिकल एप बना रहे हैं। इसमें पेशेंट हिस्ट्री और अस्पतालों का डाटा होगा। इससे काफी सहूलियत मिलेगी। प्रोजेक्ट बनाने वाली एजेंसी से बात हो गई है। आइएमए टीम के सहयोग के लिए एक-दो दिन में मीटिंग करा देंगे।
डॉ. आइएस तोमर, महापौर