कांस्टेबल के खाते से ठग ने निकाल लिया पूरा वेतन
जागरण संवाददाता, बरेली : नोटबंदी के बाद ई-पेमेंट के बढ़ते चलन से ऑनलाइन ठग भी सक्रिय हो गए। साइबर ठग
जागरण संवाददाता, बरेली : नोटबंदी के बाद ई-पेमेंट के बढ़ते चलन से ऑनलाइन ठग भी सक्रिय हो गए। साइबर ठगों ने एक आइटीबीपी कांस्टेबल के खाते में तनख्वाह आने के अगले दिन ही 43,467 रुपये दो बार में पार कर दिए। बैंक में मदद नहीं मिली तो उसने सोमवार को एसएसपी दफ्तर में अज्ञात ठग के खिलाफ शिकायत दी।
मुरादाबाद के कांठ में भीकनपुर गांव निवासी मुर्तजा खां भारत तिब्बत सीमा पुलिस की तीसरी बटालियन में कांस्टेबल हैं। रिजर्व पुलिस बल के अन्य साथियों के साथ ही 30 नवंबर की शाम को एसबीआइ मुख्य शाखा में उनके खाते में भी तनख्वाह पहुंची। गुरुवार एक दिसंबर को शाम करीब पौने पांच बजे उनके पास अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को एसबीआइ मुख्य शाखा का एग्जिक्यूटिव दीपक कुमार बताया। एटीएम कार्ड अपडेट होने के चलते कार्ड ब्लॉक होने की बात कही। फिर एटीएम कार्ड के 16 अंकों के नंबर खुद ही बताकर पुष्टि की। कार्ड के नंबर सही होने की पुष्टि करते ही फोन कट गया। एक दिसंबर की शाम करीब छह बजे कांस्टेबल के फोन पर खाते से 17 हजार रुपये निकलने का मैसेज और फिर दो दिसंबर की तड़के लगभग छह बजे 26 हजार रुपये निकलने का मैसेज आया। घबराकर उसने दिन में बैंक से संपर्क किया। पता चला कि दीपक नाम का कोई कर्मचारी यहां है ही नहीं। बैंक ने मामला साइबर ठगी का होने पर हाथ खड़े कर दिए, तब उसने एसएसपी से शिकायत की।
कमांडेंट ने एसएसपी को जांच कराने को कहा
कांस्टेबल ने खाते से रुपये निकलने की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी। आइटीबीपी के कमांडेंट अनवर इलाही ने मामला समझा। फिर उन्होंने भी तफ्तीश कराने के लिए एसएसपी को पत्र लिखा।