हालात बदलने के लिए सिटिजन बनें स्मार्ट
जागरण संवाददाता, बरेली : स्वच्छता को लेकर शुरू की गई दैनिक जागरण मुहिम के तहत आयोजित फोरम 'चैतन्य बर
जागरण संवाददाता, बरेली : स्वच्छता को लेकर शुरू की गई दैनिक जागरण मुहिम के तहत आयोजित फोरम 'चैतन्य बरेली' में शामिल हुए पार्षद और क्षेत्रवासियों ने विचार साझा किए। जागरण के प्रयास की सराहना करते हुए सभी ने एक सुर में कहा कि हालात बदलने के लिए सिस्टम को कोसने से काम नहीं चलेगा। शहर स्मार्ट तभी होगा जब सिटिजन स्मार्ट होगे। इसके लिए जरूरी हैं कि जनता शहर के हालात बदलने के लिए खुद आगे आए। स्वच्छता सिर्फ एक घर में जरूरी नहीं, इसकी चेन बननी चाहिए। लोग सफाई के लिए खुद जागरूक रहें और दूसरों को जागरूक करें। गंदगी करने वालों को टोकना जरूरी है, उन्हें अहसास कराना जरूरी है कि वे गलत कर रहे हैं। जैसे अपने घर को देखते हैं, उसी नजर से अपनी दुकान या घर के सामने की सड़क को भी देखें। जब लोगों में ऐसी सोच होगी तो यकीन मानिए शहर के हालात बदलते देर नहीं लगेगी।
खलीलपुर से आए आरएस शर्मा ने कहा कि जागरुकता बहुत जरूरी है। सफाई प्राथमिकता है लेकिन यह लागू तभी होगा जब जुर्माना बड़ा हो। लोग अगर गलत को गलत कहने की हिम्मत कर लें तो हालात बदल जाएंगे। हरूनगला से आए रमेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को रोल मॉडल बनकर आगे आना चाहिए। सिविल लाइंस के संजय कंडारी ने बताया कि उन्होंने कॉलोनी वालों की मदद से मुहल्ले के पार्क को साफ किया। मदद को पार्षद राजेश अग्रवाल आगे और वहां झूले आदि लगाकर उसे बेहतर कर दिया। वार्ड चार से आए यासीन रजा ने कहा कि डोर टू डोर से व्यवस्था बेहतर हुई है लेकिन सब एकसाथ अच्छा नहीं हो सकता, कुछ समय तो देना होगा। सराय से पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता समियन खान ने कहा कि कुछ भी करने के लिए सिस्टम पर निर्भर रहने के बजाय खुद पहल करनी होनी। सिटिजन को खुद स्मार्ट होगा पड़ेगा, शहर तभी स्मार्ट होगा। हमारी टीम सफाई को लेकर जगह-जगह जागरुक करेगी। इशरफील काशमी ने कहा कि हालात बदले हैं, अब चाट आदि के ठेले वाले भी डस्टबिन रखने लगे हैं। चौबे जी की गली से आए संदीप चौहान ने कहा कि हमारी गली में 30-35 घर हैं, हम लोग अपने घर के आगे सड़क खुद साफ करते हैं। ऐसे प्रयास अन्य लोगों को भी करने चाहिए। अमर पाल सिंह ने लोगों को जागरुक करने के लिए काम करेंगे। अवधेश कुमार दुबे ने कहा कि जनता में अभी भी जागरुकता की है। नगर निगम डस्टबिन दे भी तो लोग उसे अपने घर या दुकान के पास रखने नहीं देते। वार्ड 40 से आए राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि बिना सख्ती के सोच नहीं बदलेगी, सख्ती जरूरी है।
आगे बढ़ाएंगे जागरण की मुहिम
पार्षद अब्दुल जब्बार ने कहा दैनिक जागरण के फोरम पिछले साल किए वादे के बाद उन्होंने अपने वार्ड में डस्टबिन रखवाए थे। आज फिर वादा करते हैं कि मंगलवार को ही 50 डस्टबिन अपने वार्ड में और बढ़ाएंगे ताकि लोगों को जगह-जगह खुले में कूड़ा न फेंकना पड़े।
बच्चे हैं भविष्य, उनसे करें शुरुआत
पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा, बच्चे भविष्य हैं, सफाई का माहौल बनाने के लिए शुरुआत उनसे करें। सफाई कर्मियों पर नजर रखें। अगर एक महीने नगर निगम पूरी ताकत से सफाई करा दे तो छह महीने तक उसका असर दिखेगा। शहर को बेहतर करने के लिए नगर निगम को अपना बाइलॉज बनाना चाहिए।
समस्या बड़ी नहीं, समाधान पर शोध जरूरी
पार्षद पति दीपक सक्सेना ने कहा कि कोई समस्या बड़ी नहीं होती, बस उसके समाधान पर शोध जरूरी है। मेरे वार्ड में गरीबों की बस्ती में भी डोर टूट डोर ठीक चल रहा है। जागरुकता की कोशिश मैं कर रहा हूं और आगे भी यह प्रयास जारी रहेगा। लोगों को सोच बदलनी चाहिए। अच्छे करने वाले लोग अपने प्रयास को आगे बढ़ाएं।
यहां तो मुश्किलें हैं बड़ी
हजियापुर की पार्षद मंजू भारती ने कहा कि क्षेत्र में गरीबी व अशिक्षा ज्यादा है। गंदगी का हाल भी खराब है। लोगों को समझाने में दिक्कत होती है। एनजीओ आदि के साथ प्रयास कर जागरुकता बढ़ाने का काम करेंगे।
दुकानदारों को वापस करें पॉलीथिन
पार्षद रागिनी अग्रवाल ने कहा कि पॉलीथिन का प्रयोग न करें। यह वह कूड़ा है जो आसानी से गलता नहीं है। मैं खुद दुकानदारों को पॉलीथीन वापस करती हूं, लोग भी ऐसा करें ताकि जागरुकता बढ़े।