दो लाख की रिश्वत में फंसे बेरियर वन चौकी इंचार्ज
जागरण संवाददाता, बरेली : पॉलीटेक्निक कॉलेज की छात्रा गायब होने के मामले में बेरियर वन चौकी इंचार्ज न
जागरण संवाददाता, बरेली : पॉलीटेक्निक कॉलेज की छात्रा गायब होने के मामले में बेरियर वन चौकी इंचार्ज ने रिश्ते के मौसा को फंसा दिया था। आरोप है कि उन्होंने ऐसा दो लाख रुपये लेकर किया था। जांच कराने पर इस बात की पुष्टि भी हो गई। डीआइजी आशुतोष कुमार ने सच सामने आने के बाद एफआइआर के आदेश जारी कर दिए हैं।
शाहजहांपुर के सदर बाजार निवासी ममता पत्नी नरेश कुमार ने सोमवार को डीआइजी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी 17 वर्षीय बेटी सीबीगंज के पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ रही है। बरेली में वो कृष्णानगर में मौसी सरिता और मौसा जितेंद्र कुमार के साथ रहती है। बीती नौ अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे छात्रा कॉलेज के लिए घर से निकली, लेकिन वापस नहीं आई। शाम को छात्रा के पिता ने इज्जतनगर थाना पहुंचकर उसके गुम होने की तहरीर दी थी। केस की जांच करने वाले दारोगा प्रवीण राय ने छात्रा के मौसा को बुलाकर हवालात में बंद कर दिया। आरोप है कि उनके साथ मारपीट भी हुई। दूसरे दिन छात्रा लौट आई। इसके बाद भी जितेंद्र को रिहा नहीं किया। परिवार को धमकी दी कि आरोप पत्र दाखिल करके जितेंद्र को फंसा देंगे। जितेंद्र को छोड़ने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत ली। बहनोई को छुड़ाने के छात्रा के पिता नरेश ने दारोगा को दो लाख रुपये दिए, जिसके बाद उन्हें छोड़ा गया। छात्रा की मां ने दारोगा के खिलाफ शिकायत डीआइजी कार्यालय में की।
रिश्वत के लिए बेच दिए जेवर
रिश्वत की मांग होने के बाद परिवार के सामने कोई चारा नहीं था। छात्रा की मां ने अपने जेवर गिरवी रखकर रिश्वत के रुपये की व्यवस्था की थी, जिसके बाद दारोगा को रुपये दिए गए।