घोड़ी से टकराने पर चली गई युवक की जान
जागरण संवाददाता, बरेली : घोड़ी के दुलत्ती मार देने से घायल होने के किस्से बहुत सुने हैं लेकिन उससे टक
जागरण संवाददाता, बरेली : घोड़ी के दुलत्ती मार देने से घायल होने के किस्से बहुत सुने हैं लेकिन उससे टकराकर मौत के मुंह में चले जाने का यह पहला मामला है। हादसा देर रात जंक्शन रोड का है। एक दोस्त की जान चली गई। दूसरे को मामूली चोट आईं। घोड़ी की दोनों टांगे टूट गईं।
सुभाषनगर के मढ़ीनाथ निवासी अमरपाल नेवी से रिटायर हैं। उनके तीन बच्चों में सबसे बड़ा बेटा अमर अभिजीत (28) अशोक नगर में जिम चलाते थे। बुधवार को अमर दोस्त विशाल मिश्रा के साथ बाइक से घूमने के लिए निकले थे। बाइक अमर चला रहा था और उसकी रफ्तार तेज थी। देर रात जैसे ही वह जंक्शन रोड स्थित होटल के सामने पहुंचे उसी समय सड़क पर घोड़ी आ गई। उनकी बाइक घोड़ी से जा भिड़ी। हादसे में अमर गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि विशाल को मामूली चोटें आई। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल भेजा। परिजन अमर की हालत गंभीर देख उसे निजी अस्पताल लेकर जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही अमर ने दम तोड़ दिया।
डेढ साल पहले हुई थी शादी
परिजनों ने बताया कि अमर बहुत होनहार था। मनमाफिक नौकरी नहीं मिली तो वह जिम संचालक बन गया। 5 दिसंबर 2014 को उनकी शादी रितू से हुई थी और तीन महीने पहले उनकी एक बेटी भी हुई थी।
मां बेसुध, पत्नी अचेत
बेटे की मौत की खबर जैसे ही मां गीता को पता चली वह चीख। जवान बेटे का शव देख वह रो-रोकर बेसुध हो चुकी थी। वहीं पति की मौत की खबर जैसे ही रितू को मिली वह बेहोश हो गई।
गर्भवती घोड़ी का इलाज
हादसे में गंभीर रूप से घायल घोड़ी दोपहर तक सड़क के किनारे ही पड़ी पड़ी रही। घोड़ी के पेट में बच्चा भी था। दोपहर में पीएफए के कार्यकर्ता पहुंचे और घायल घोड़ी को इलाज के लिए आइवीआरआइ में भर्ती कराया।
दोस्तों ने दिया दगा
कहते है जीवन में सबसे मजबूत रिश्ता होता है। बताते हैं कि हादसे से पहले अमर के साथ दूसरी बाइक पर उसके दो दोस्त और भी थे। वह भी पीछे बाइक से आ रहे थे। जैसे ही अमर की बाइक भिड़ी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया तो वे भाग निकले। विशाल अकेले अमर को अस्पताल लेकर गया।