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ऐसे तो बंद हो जाएगा अस्पताल का ब्लड बैंक

जागरण संवाददाता, बरेली : अगर जिला अस्पताल को जल्द ही खून नहीं मिला तो ब्लड बैंक पर ताले लटक जाएंगे।

By Edited By: Published: Sat, 23 May 2015 08:15 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2015 08:15 PM (IST)

जागरण संवाददाता, बरेली : अगर जिला अस्पताल को जल्द ही खून नहीं मिला तो ब्लड बैंक पर ताले लटक जाएंगे। कारण, यहां महज 13 यूनिट ही खून बचा है। निगेटिव गु्रप के खून यहां नहीं हैं। यदि कोई घटना घटी तो खून के अभाव में मरीज की जान चली जाएगी।

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जिला अस्पताल में सर्दियों में 100 यूनिट खून था। हर गु्रप के खून यहां उपलब्ध थे लेकिन तीन माह में खून की यूनिट घट गई। अप्रैल में 20 यूनिट खून था। खून कम हुआ तो अस्पताल प्रशासन ने आइटीबीपी, सत्संग कराने वाले आयोजकों, पुलिस लाइन के अधिकारियों को रक्तदान शिविर के लिए चिट्ठी भेजी थी लेकिन अभी तक कहीं से भी जवाब नहीं आया है। विभाग के जिम्मेदार लोग केवल चिट्ठी भेज रहे हैं। यदि संबंधित लोगों से संपर्क साधते तो कामयाबी मिलती। लगातार ब्लड बैंक खाली होता जा रहा है। अब महज 13 यूनिट ही खून बचा है। इसमें ए, बी, ओ, एबी पॉजिटिव है। निगेटिव गु्रप कोई नहीं है। इस समय जिला अस्पताल प्रशासन के खून को लेकर हाथ-पांव फूले हुए हैं। सवाल ये उठ रहा है कि आखिर सर्दियों में उपलब्ध सौ यूनिट खून अचानक दो से तीन माह में 13 यूनिट पर कैसे आ गया। जिस मरीज को खून दिया गया उसके बदले तीमारदार या अन्य लोगों से खून लेना चाहिए था। यदि गर्मियों में खून की कमी होती है तो इसकी पूर्ति के लिए पहले से व्यवस्थाएं होनी चाहिए।

वर्जन----

रक्तदान शिविर के लिए जिन संस्थानों को चिट्ठी लिखी गई है वहां से जवाब नहीं आया है। गर्मी में दुर्घटनाएं आदि अधिक होती हैं, इसलिए खून की अधिक जरूरत होती है। जल्द ही खून के निगेटिव गु्रप पूरे किए जाएंगे।

---डा. यूवी सिंह, पैथोलॉजिस्ट


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